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‘मुंबई आओ, समुद्र में डुबो-डुबोकर मारेंगे…’, राज ठाकरे ने निशिकांत दुबे को दी खुली धमकी

Raj Thackeray on Nishikant Dubey

निशिकांत दुबे पर राज ठाकरे का निशाना

Marathi-Hindi Dispute: महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी भाषा विवाद इन दिनों काफी गरमाया हुआ है. यह विवाद तब शुरू हुआ जब महाराष्ट्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत प्राथमिक स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने का आदेश जारी किया था. इस फैसले का महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (UBT) के नेता उद्धव ठाकरे ने कड़ा विरोध किया.

इस विरोध के बाद सरकार ने आदेश वापस ले लिया, लेकिन भाषा को लेकर सियासी बयानबाजी और तनाव अब भी जारी है. महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद को लेकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ठाकरे बंधुओं पर निशाना साधा है. जिसके जवाब में अब राज ठाकरे ने उन्हें समंदर में डुबोकर मरने की धमकी दी है.

निशिकांत दुबे का विवादित बयान

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हिंदी भाषी लोगों के साथ महाराष्ट्र में हुई कथित मारपीट की घटनाओं की निंदा करते हुए राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे को निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि अगर ठाकरे बंधुओं में हिम्मत है, तो वे महाराष्ट्र से बाहर बिहार, उत्तर प्रदेश या अन्य राज्यों में आकर हिंदी भाषियों को निशाना बनाएं, जहां उन्हें ‘पटक-पटक कर मारेंगे.’ दुबे ने यह भी कहा कि मुंबई केवल मराठियों की नहीं है और ठाकरे परिवार ‘सस्ती लोकप्रियता’ के लिए हिंसा भड़का रहा है.

राज ठाकरे ने दी खुली चुनौती

18 जुलाई को मुंबई में एक रैली में राज ठाकरे ने निशिकांत दुबे के बयान का जवाब देते हुए उन्हें खुली चुनौती दी. ठाकरे ने कहा- ‘एक बीजेपी सांसद ने कहा था कि मराठी लोगों को हम यहां पटक-पटक कर मारेंगे. मैं दुबे को बोलता हूं, तुम मुंबई आ जाओ, मुंबई के समुद्र में डुबो-डुबोकर मारेंगे.’ ठाकरे ने मराठी अस्मिता और भाषा की रक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वे मराठी और महाराष्ट्र के लोगों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे.

हिंदी अनिवार्यता पर ठाकरे की चेतावनी

राज ठाकरे ने रैली में यह भी चेतावनी दी कि अगर महाराष्ट्र के स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक हिंदी को अनिवार्य किया गया, तो उनकी पार्टी स्कूल बंद करवा देगी. उन्होंने कहा- ‘महाराष्ट्र में रहने वाले सभी लोगों को मराठी सीखनी चाहिए. जितनी जल्दी हो सके मराठी सीखें और जहां जाएं, मराठी बोलें.’ ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा और कहा कि हिंदी को थोपने की कोशिश बेकार है.

हिंसा की घटनाओं पर ठाकरे का रुख

ठाकरे ने मीरा रोड पर एक गैर-मराठी व्यापारी के साथ मारपीट की घटना का बचाव करते हुए कहा कि यह ‘सही हुआ’ क्योंकि वह हिंदी में बात कर रहा था. उन्होंने कहा- ‘महाराष्ट्र में रह रहे हो, शांति से रहो, मराठी सीखो. अगर मस्ती करोगे तो महाराष्ट्र स्टाइल में जवाब दिया जाएगा.’ इस बयान ने विवाद को और हवा दी.

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बीजेपी और सरकार का जवाब

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हिंदी को अनिवार्य करने के फैसले की समीक्षा के लिए एक समिति गठन की बात कही. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार त्रिभाषा नीति लागू करेगी, लेकिन हिंदी को कक्षा 1 से या कक्षा 5 से लागू करना समिति तय करेगी. बीजेपी के कुछ नेताओं ने ठाकरे के बयानों को ‘नौटंकी’ करार दिया और कहा कि यह आगामी BMC चुनावों के लिए सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश है.

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