Badaun Double Murder Case: बदायूं डबल मर्डर केस का मामला अब तूल पकड़ने लगा है. बदायूं के मंडी समिति चौक के पास मंगलवार को बाबा कॉलोनी में दो सगे भाईयों की गला काटकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में तीसरा भाई घायल हो गया और फिर थोड़ी देर के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी साजिद का एनकाउंटर कर दिया. वहीं एक अन्य आरोपी जावेद की तलाश जारी है. अब मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी साजिद और उसके भाई जावेद के खिलाफ FIR दर्ज की है.
FIR में लिखा गया, ‘आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है. जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया. उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया. जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा.’
एफआईआर में लिखा गया, ‘साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं. दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है.’ वहीं इस घटना के बाद बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है.
पोस्टमार्टम के बाद घर लाए गए शव
डबल मर्डर मामले में मृतक बच्चों के शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार की सुबह उनके घर लाया गया हैं. इस मामले में सपा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, ‘भाजपा यूपी में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है और इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही और जिलों में सांप्रदायिक तनाव पैदा करवा रही जिसका परिणाम बदायूं की आज की घटना है.’
सपा ने कहा, ‘भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद और धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार बची है. भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे और भाजपा के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई झगड़ा बढ़ रहा.’
जबकि सपा के आरोपों पर बीजेपी ने कहा, ‘बदायूं की घटना हैरान करने वाली है. रौंगटे खड़े करने वाली और बहुत दुख उत्पन्न करने वाली है. ऐसी घटना पर सपा घटिया राजनीति पर उतर आई है. पार्टी व्यर्थ के आरोप कर रही है. जब योगी आदित्यनाथ सरकार ने हमेशा कठोरता से कार्रवाई करने का उदाहरण दिया है.’