Bihar Politics: बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बने करीब 15 दिन हो गए. अब सोमवार को सीएम नीतीश का पहला टेस्ट होगा. बिहार विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. इस सत्र के पहले दिन एनडीए सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा. लेकिन इससे पहले हर पार्टी अपने विधायकों को एकजुट रखने की पूरी तैयारी कर रही है.
फ्लोर टेस्ट से पहले जेडीयू के विधायकों ने ही सीएम नीतीश कुमार की टेंशन बढ़ा दी है. पार्टी के 6 विधायक शनिवार को भोज में नहीं पहुंचे हैं, जिसके बाद अब सीएम नीतीश के लिए विधायकों को एकजुट रखना चुनौती बन गई है. वहीं बीजेपी के भी दो विधायक नहीं पहुंचे. हालांकि बीजेपी, जेडीयू और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के विधायकों को जोड़ें तो निर्दलीय विधायक समेत कुल 128 विधायक होते हैं.
आरजेडी के भी दो विधायक गायब
विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए एनडीए को 122 विधायकों की जरूरत है. लेकिन जेडीयू के छह विधायकों के नहीं पहुंचने की वजह से अटकलें तेज हो गई है. दूसरी ओर आरजेडी के सभी विधायक रविवार को ही पटना पहुंच गए हैं. इन्हें पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के आवास पर रोका गया है. हालांकि सूत्रों की माने तो उनके आवास पर देर रात तक दो आरजेडी विधायक नहीं पहुंचे थे.
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वहीं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि हम पूरी तरह एनडीए के साथ हैं और हमारे सभी विधायक एनडीए के समर्थन में वोट डालेंगे. दूसरी ओर विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है ऐसे में स्पीकर को लेकर भी घमासान होने की संभावना है.
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं यानी बहुमत साबित करने के लिए 122 विधायकों की जरूरत होगी. अभी सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए के विधायकों की कुल संख्या 128 है. इस वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि वो बहुमत साबित कर लेंगे.