Delhi Liquor Scam: गिरफ्तारी की आशंका के बीच इन मुख्यमंत्रियों ने दे दिया था इस्तीफा, केजरीवाल के लिए जेल से सरकार चलाना कितना मुश्किल?

Delhi Liquor Scam: यह पहला ऐसा मामला है जब किसी मौजूदा सीएम को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वह सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से ही सरकार चलाएंगे.
Delhi Liquor Scam, Arvind Kejriwal

केजरीवाल से पहले कौन-कौन से सीएम हुए गिरफ्तार

Delhi Liquor Scam: शुक्रवार, 22 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट 28 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया है. बीते दिन उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां करीब 3 घंटे तक चली बहस के दौरान ED केजरीवाल की 10 दिन की हिरासत मांगी थी. बता दें कि यह पहला ऐसा मामला है जब किसी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए किसी को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से सरकार चलाएंगे.

पहला ऐसा मामला आया सामने

बता दें कि अभी तक देश के इतिहास में किसी भी मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार नहीं किया गया है. यह पहला ऐसा मामला है जब कोई सीएम पद पर रहते हुए अरेस्ट हुआ. हालांकि, इससे पहले देश के कई राज्यों के कई सीएम पर जब शिकंजा कसा गया, तो उन सभी ने गिरफ्तारी से पहले सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था.

झारखंड के तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन

ताजा मामला अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन का है. करीब 50 दिन पहले यानी 31 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने हेमंत सोरेन को जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया था. ED अधिकारियों की ओर से करीब 7 घंटे से ज्यादा पूछताछ के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था.

कर्नाटक के तत्कालीन सीएम बीएस येदियुरप्पा

साल 2011 में लोकायुक्त की रिपोर्ट के बाद जब कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी पर भी संकट के बादल छाएं तो उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है. दरअसल कर्नाटकलोकायुक्त ने एक रिपोर्ट जारी कर आरोप लगाया कि सीएम कार्यालय अवैध उत्खनन के काम में सक्रिय है. इसके बाद मामले की जांच CBI को सौंप दी गई. वहीं येदियुरप्पा अपना पद छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे और बीजेपी आलाकमान ने उन्हें हटाने पर अड़ा हुआ था. बाद में दियुरप्पा ने पार्टी से नाराजगी जाहिर की और पद छोड़ दिया. सीएम पद छोड़ने के बाद येदियुरप्पा को गिरफ्तार कर लिया गया.

बिहार के तत्कालीन सीएम लालू यादव

इतना ही नहीं, 1996 में चारा घोटाला मामले में CBI ने किया तो, वह बिहार के सीएम पद पर मौजूद रहे. इस दौरान उनकी पार्टी केंद्र में भी सत्ता में भी गठबंधन में थी, फिर भी CBI ने चार्जशीट फाइल कर दी. चार्जशीट दाखिल होने के बाद लालू यादव को गिरफ्तारी का डर सताने लगा. इसके बाद दिल्ली के एक बड़े नेता के कहने पर लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी को अपनी गद्दी सौंप दी.’

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तमिलनाडु तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता

ऐसा ही मामला तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता के साथ भी देखने को मिला था. उन्हें भी अपनी सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने जयललिता के खिलाफ मामला दायर करते हुए आरोप लगाया कि 1991 से 1996 तक सीएम रहते हुए उन्होंने आय से ज्यादा संपत्ति बनाई. इसमें कोर्ट ने उन्हें दोषी पाया. कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद ही उन्होंने पन्नीरसेल्वम को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया.

जेल से सरकार चलाना कितना मुमकिन

ऐसे में दूसरा सवाल है कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चला सकते हैं. तिहाड़ जेल के पूर्व लॉ ऑफिसर के मुताबिक जेल से सरकार चलाना आसान काम नहीं है. जेल मैनुअल के मुताबिक सप्ताह में सिर्फ दो बार ही बाहरी लोगों से मिल सकते हैं. ऐसे में उन्हें सिर्फ दो बार लोगों से मिलने की परमिशन मिलती है तो उससे सरकार नहीं चल सकेगी. जेल नियमों के हिसाब से किसी भी स्थान को जेल घोषित किया जा सकता है. वहीं, सुप्रीम कोर्ट के एक अन्य वकील के मुताबिक सीएम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कैबिनेट की मीटिंग ले सकते हैं, लेकिन उसके लिए जेल के प्रशासन की मंजूरी लेना जरूरी होगा.

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