Amit shah Fake Video: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड किए हुए वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस एक्शन में आ गई है. बीते दिन दिल्ली पुलिस इस मामले में FIR दर्ज की और सोमवार को लंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी को तलब किया है. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने रेवंत रेड्डी को उनकी ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के साथ पूछताछ के लिए 1 मई को बुलाया है. दिल्ली पुलिस ने नोटिस भेजकर रेवंत रेड्डी को अपना मोबाइल फोन भी साथ में लाने में लिए कहा है. बता दें कि दिल्ली पुलिस की टीम अभी हैदराबाद में मौजूद है
रविवार को दिल्ली पुलिस ने दर्ज की थी शिकायत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फेक वीडियो शेयर करने वाले कुछ कांग्रेसी नेताओं सहित पांच और लोगों को भी दिल्ली पुलिस ने तलब किया है. दरअसल, सोशल मीडिया पर अमित शाह का एडिटेड वीडियो शेयर किया जा रहा था, जिसमें उन्हें एससी/एसटी और ओबीसी समाज को लेकर आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए देखा जा सकता है. इसी फेक वीडियो को लेकर पहली शिकायत भारतीय जनता पार्टी ने और दूसरी शिकायत गृह मंत्रालय की तरफ से की गई थी. गृह मंत्रालय और BJP की शिकायत पर दिल्ली पुलिस एक्शन लेते हुए IPC की धारा 153/153A/465/469/171G और IT एक्ट की धारा 66C के तहत केस दर्ज कर लिया. बता दें कि इस एडिटेड फेक वीडियो को लेकर BJP ने पूरे देश में FIR दर्ज करने का फैसला किया.
X-फेसबुक से भी पुलिस ने मांगी जानकारी
बता दें कि बीते दिन दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री अमित शाह के एडिटेड वीडियो को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ और फेसबुक को लेटर लिखा था. लेटर में दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स से यह जानकारी मांगी गई है कि गृहमंत्री अमित शाह का एडिटेड वीडियो किस अकाउंट से पोस्ट किया गया. BJP की ओर से यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि मूल वीडियो में गृहमंत्री अमित शाह ने तेलंगाना में मुसलमानों को के लिए असंवैधानिक आरक्षण को हटाने पर चुनावी रैली को संबोधित किया था. झारखंड कांग्रेस ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि ‘अमित शाह का चुनावी भाषण वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि अगर BJP की सरकार दोबारा बनी तो ओबीसी और एससी/एसटी आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा.’