Bengaluru Blast: बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी(NIA) की टीम को बड़ी सफलता मिली है. गुरुवार, 28 मार्च को NIA ने कैफे ब्लास्ट से जुड़े एक आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी की की पहचान मुजम्मिल शरीफ के रूप में हुई है. केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक, मुजम्मिल ब्लास्ट के दो मुख्य आरोपियों मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा को ब्लास्ट से जुड़े सामान मुहैया कराने में शामिल था. बता दें कि यह दोनों आरोपी अभी पकड़े नहीं गए हैं.
18 जगहों पर NIA ने की छापेमारी
मुजम्मिल शरीफ को पकड़ने के लिए NIA ने तीन राज्य कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश के कुल 18 जगहों पर छापेमारी की. NIA ने तलाशी के दौरान नकदी के साथ कई अन्य डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए हैं. बताते चलें कि इससे पहले जांच एजेंसी ने 23 मार्च को दो संदिग्धों की पहचान की थी. पहचान में पता चला था कि पहला आरोपी मुसाविर कर्नाटक के तीर्थहल्ली जिले के शिवमोगा का रहने वाला है. वहीं दूसरा आरोपी ताहा तमिलनाडु के एक पुलिस इंस्पेक्टर के विल्सन की हत्या के मामले में वॉन्टेड था और चेन्नई में मुख्य संदिग्ध के साथ रहा था. NIA के मुताबिक, शाजिब और ताहा दोनों ही भारत में आतंकी संगठन ISIS मॉड्यूल का हिस्सा हैं. इसकी पुष्टि मॉड्यूल के सदस्यों ने भी की थी, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया है.
1 मार्च को कैफे में हुआ था ब्लास्ट
बता दें कि 1 मार्च को बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड के रामेश्वरम कैफे में बम विस्फोट हो गया था. इस हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. शुरुआती जानकारी में बताया गया था कि कैफे में सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था. लेकिन बाद में खुद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुष्टि की कि बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुआ विस्फोट एक बम विस्फोट था.सिद्धारमैया ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति कैफे के अंदर बैग रखते हुए दिख रहा है. शुरुआती रिपोर्टों से पता चला है कि दोपहर करीब 1 बजे बैग में रखी किसी वस्तु में विस्फोट हो गया, जिससे कैफे और उसके आसपास काला धुआं फैल गया.