Delhi Liquor Scam: दिल्ली में शराब घोटाला के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का मुद्दे पर सियायत तेज हो गई है. जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी के नेता इसे सही बता रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी दल के नेता इसे राजनीति से प्रेरित बताकर केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी इस गिरफ्तारी को गलत बता रहे हैं. वहीं इस बीच अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने जेल से सरकार चलाने वाले बयान का समर्थन नहीं किया है.
UPA के मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि यदि केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे, तो इससे देश में बहुत गलत चलन स्थापित होगा. उन्होंने कहा साल 2011 से 2014 के दौरान देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान तत्कालीन सरकार के कई मंत्रियों ने नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस ने भी इस पर स्टैंड ले लिया, जो नैतिक आधार बहुत महत्वपूर्ण है. उस दौरान UPA के जितने मंत्रियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा, सभी ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया.
"…यदि वह ईमानदार हैं, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. जेल से सरकार चलाना कानूनी और व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है…", दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के गिरफ्तार होने पर बोले कांग्रेस नेता संजय निरुपम#SanjayNirupam #Congress #ArvindKejriwalArrested #Arvindkejariwal #ED… pic.twitter.com/ldIofDEQNI
— Vistaar News (@VistaarNews) March 23, 2024
‘नैतिकता के आधार पर सीएम पद छोड़ें’
कांग्रेस नेता ने उदाहरण देते हुए कहा कि चाहे वह पवन बंसल हों या फिर शशि थरूर. हाल ही का एक उदाहरण झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी हैं. गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने भी सीएम पद से इस्तीफा दिया था. मेरी जानकारी में आया है कि अरविंद केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे. अगर ऐसा हुआ, तो देश मे एक खतरनाक ट्रेंड शुरू हो जाएगा. उन्हें नैतिकता के आधार पर सीएम पद छोड़ देना चाहिए. इस्तीफा दे देना चाहिए.
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‘राजनीति में नैतिकता शब्द बहुत महत्वपूर्ण’
संजय निरूपम ने कहा कि अगर केजरीवाल जेल से सरकार चलाएंगे, तो सरकार की गोपनीय जानकारी आरोपी के पास होगी, जो सही नहीं है. उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा कि जिस तरह से UPA सरकार को बदनाम किया गया था, उसे न ही मैं ही भूल पाया हूं और न ही कांग्रेस भूल पाई है. मेरे घर के बाहर भी प्रदर्शन हुए. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ‘INDI’ गठबंधन का हिस्सा हैं. उन पर कांग्रेस ने जो स्टैंड लिया है, मैं उसका समर्थन करता हूं. उन्होंने जोर दिया कि देश की राजनीति में नैतिकता शब्द बहुत महत्वपूर्ण है. केजरीवाल खुद को ईमानदार कहते हैं, तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.