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कंगना रनौत के बयान से MP में मचा बवाल, गुस्साएं किसानों ने भेजे नोटिस, माफी और 2 करोड़ की मांग

Kangana Ranaut

कंगना रनौत, बीजेपी सांसद

Kangana Ranaut On Kisan Andolan: एक्टर और भाजपा सांसद कंगना रनौत के किसान आंदोलन वाले बयान से मध्य प्रदेश में भी बखेड़ा खड़ा हो गया है. कंगना को बैतूल और ग्वालियर से किसान संगठनों की ओर से मानहानि का नोटिस भेजा गया है. बैतूल से किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष डॉक्टर सुनीलम ने नोटिस दिया है. नोटिस में एक हफ्ते में सार्वजनिक माफी मांगने को कहा गया है. माफी नहीं मांगने पर समिति आपराधिक और सिविल में मामला दर्ज कराएगी. यही नहीं नोटिस में कंगना से 2 करोड़ की आर्थिक क्षति की भी मांग की गई है. किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष डॉक्टर सुनीलम ने वीडियो के जरिए बयान भी जारी किया.

इधर, ग्वालियर से भी सांसद कंगना रनौत को मानहानि का नोटिस जारी किया गया है. किसानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में नोटिस दिया गया है.
किसान संघर्ष समिति के नेता विश्वजीत रतौनिया एडवोकेट ने नोटिस दिया. उन्होंने नोटिस के माध्यम से चेतावनी दी है कि अगर कंगना ने सात दिन के माफी नहीं मांगी तो तो कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें. उन्होंने बताया कि किसानों को लेकर कंगना रनौत की विवादित टिप्पणी के बाद अंचल के किसान गुस्से में हैं.

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750 किसानों ने दी थी शहादत

रतौनिया ने कहा कि किसान आंदोलन देश की धरोहर है, जिसमें 750 किसानों ने शहादत दी थी. यह आंदोलन 380 दिनों तक चला था. इस आंदोलन की वजह से देश की सरकार को झुकना पड़ा था और केंद्र सरकार के किसान कानून के तीन बिलों को वापस लेना पड़ा. वकील रतौनिया ने आगे कहा कि कंगना भाजपा सांसद हैं. उन्होंने किसानों को बलात्कार करने वाला, लाशों को फांसी पर लटकाने वाला और विदेशी एजेंट तक बताया. इस बयान से किसानों व किसान संगठनों ने इसको लेकर रोष, जो साफ-साफ मानहानि है.

कंगना के बयान से भाजपा का किनारा

इधर, भाजपा ने सांसद कंगना रनौत के हालिया बयान से खुद को अलग कर लिया है. इसके अलावा पार्टी ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा कि कंगना रनौत नीतिगत मामलों पर बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं. दरअसल, हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से 2024 में सांसद बनीं कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में किसान आंदोलन पर बयान दिया था और इसे बांग्लादेश की घटना से जोड़ा था. इसको लेकर भाजपा ने उन्हें सख्त चेतावनी दी कि भविष्य में वे इस प्रकार को कोई बयान न दें.

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