Lok Sabha Election 2024: पश्चिम बंगाम में ममता ‘दीदी’ की पार्टी से झटका खाने के बाद अब कांग्रेस, लेफ्ट के साथ गठबंधन के बेहद करीब है. हालांकि, अब भी दोनों पार्टियों के बीच कुछ मसलों को लेकर पेंच फंसा है. विपक्षी गठबंधन की अगुवा रही बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने राज्य में कांग्रेस को हाल ही में झटका दिया है. टीएमसी ने राज्य की सभी 42 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए. लंबे वक्त तक टीएमसी ने कांग्रेस के लिए दरवाजा खोले रखा, लेकिन अधीर रंजन चौधरी की बयानबाजी और कांग्रेस के रुख को देखते हुए राज्य की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए.
अब भी हैं कुछ मतभेद
इस बीच अब कयास लगाए जा रहे हैं कि लेफ्ट और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो सकता है. हालांकि, लेफ्ट ने भी बंगाल की 16 सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए है. इसके बाद भी करीब एक सप्ताह की बातचीत के बाद कांग्रेस पश्चिम बंगाल में वाम मोर्चा और भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा (ISF) के साथ सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देने के करीब है. लेकिन, वामपंथ के भीतर कुछ मतभेद अभी तक दूर नहीं हुए हैं.
सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम मंगलवार सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए थे.सीपीआई (एम) के सूत्रों ने कहा कि वाम मोर्चा – जिसमें सीपीआई, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) और ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) शामिल है. पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 12 की कांग्रेस की मांग को मानने पर सहमत हो गया है. वह कांग्रेस पर 10 पर सहमत होने के लिए दबाव डाल रही थी.
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वहीं कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि हमें खुशी है कि वाम मोर्चा 12 सीटों की हमारी मांग पर सहमत हो गया है. हम सीपीआई (एम) के लिए मुर्शिदाबाद छोड़ने को तैयार हैं, बशर्ते वे हमारे लिए पुरुलिया और रानीगंज छोड़ दें.” वहीं आईएसएफ कथित तौर पर छह निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के लिए सहमत हो गया है. पार्टी नेता नौशाद सिद्दीकी का टीएमसी नंबर दो और मौजूदा सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ जाने की संभावना है.