Maharashtra: अजित पवार ने पहले पीएम को बारामती में चुनावी रैली करने से इंकार किया, अब सीएम योगी के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर दो टूक सुना दिया है. हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा काफी चर्चा में हैं. यूपी-बिहार से लेकर महाराष्ट्र तक इस नारे की चर्चा हो रही है. इस नारे का कुछ नेता समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसके खिलाफ हैं. इसी बीच एनसीपी चीफ अजित पवार लगातार इस बयान का विरोध करते नजर आ रहे हैं.
सबका साथ सबका विकास- अजित पवार
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इस बीच सत्ताधारी गठबंधन महायुति में शामिल एनसीपी के चीफ अजित पवार ने सीएम योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले नारे का किया है. योगी के नारे वाले बयान पर अजित पवार ने कहा, ‘मैं उसका समर्थन नहीं करता हूं. महाराष्ट्र में सब नहीं चलता है. ये सब यूपी या झारखंड या कहीं और चलता होगा, यहां नहीं चलता.’ अजित पवार ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर पलटवार करते हुए कहा, ‘सबका साथ सबका विकास.’
राज्य में 20 नवंबर को चुनाव
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के बाद अब विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जाति जनगणना और सत्ता मिली तो आरक्षण को 50 फीसदी के पार तक ले जाने का वादा अपने घोषणा पत्र के जरिए किया है. जाति के आधार पर वोट साधने की इसी सियासत पर पीएम मोदी और उप्र के सीएम योगी लगातार विपक्ष पर निशाना साध रहें हैं.
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अजित का विरोध
अजित पवार ने सीएम योगी के बयान का विरोध किया है. एक तरफ जहां पीएम मोदी ने ‘एक रहेंगे सेफ रहेंगे’ का नारा दिया है, तो वहीं योगी आदित्यनाथ के नारे पर अजित पवार लगातार सवाल उठा रहे हैं. अजित ने कहा था कि महाराष्ट्र शिवाजी, आंबेडकर, शाहू जी महाराज की धरती है. महाराष्ट्र में बाहर के लोग आकर ऐसे विचार बोल जाते हैं, दूसरे राज्यों के बीजेपी सीएम तय करें कि उन्हें क्या बोलना है. अजित पवार ने कहा कि हम महायुति में एक साथ काम कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टियों की विचारधारा अलग-अलग है. दूसरे राज्यों में यह सब चलता होगा, लेकिन यहां ये काम नहीं करता.