औरंगजेब की कब्र को लेकर जो विवाद शुरू हुआ है, उसने महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश के सियासी माहौल को गरमा दिया है.
Nagpur violence: विक्की कौशल की फिल्म 'छावा' के रिलीज होने के बाद से ही महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर विवाद बढ़ा हुआ है और महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग तेज होने लगी है.
Nagpur Violence: नागपुर हिंसा से जुड़ी कई CCTV फुटेज और वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें नकाबपोश उपद्रवी गाड़ियों पर हमला और तोड़फोड़ करते दिख रहे हैं. 2 घंटे तक चले इस हिंसा में उपद्रवियों ने पुलिस और गाड़ियों पर भी पथराव किया है. इन दंगाईयों ने कई वाहनों को आग के हवाले भी किया है.
Aurangzeb Controversy: संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है. जिससे महाराष्ट्र में एक और विवाद छिड़ गया है. संजय राउत ने औरंगजेब की कब्र को शौर्य का प्रतीक बताया है. जिसके बाद महाराष्ट्र में औरंगजेब का विवाद बढ़ता जा रहा है. संजय के इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पलटवार किया है.
Maharashtra: महाराष्ट्र के संभाजीनगर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. इस मांग को लेकर भाजपा, शिवसेना और कांग्रेस सभी एक सुर में बोल रहे हैं. कब्र हटाने की मांग को राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने समर्थन दिया है.
केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे ने यह भी कहा कि अगर एक मंत्री की बेटी भी सुरक्षित नहीं है, तो आम महिलाओं की सुरक्षा का क्या होगा? उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की और कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं फिर से न घटें.
Pune Rape Case: पुणे में 26 साल की महिला के साथ बस में हुए रेप का आरोपी अब पकड़ा गया है. पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी को महाराष्ट्र के शिरूर से गुरुवार देर रात गिरफ्तार किया. आरोपी को गांव के एक फार्म से रात 1:30 बजे गिरफ्तार किया गया है.
Guillain-Barre Syndrome: डॉक्टर्स के मुताबिक, गुलियन-बैरे सिंड्रोम एक दुर्लभ विकार (Disorder) है. जिसमें अचानक सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी हो जाती है. इसके साथ ही इस बीमारी में हाथ पैरों में गंभीर कमजोरी जैसे लक्षण भी होते हैं.
ट्रेन में आग लगने की अफवाह के बाद यात्री अपने कोच के बाहर आकर खड़े थे, तभी कर्नाटक एक्सप्रेस आ गई.
गांव के अधिकांश निवासी मजदूर वर्ग से हैं, जो अक्सर व्यस्तता के कारण स्वच्छता का ध्यान नहीं रख पाते. स्थानीय डॉक्टरों का कहना है कि इस तरह की समस्याएं आमतौर पर साल में कुछ ही मामलों में देखी जाती हैं, लेकिन इस बार यह समस्या बहुत बड़ी संख्या में फैल गई है.