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“ममता बनर्जी को दो इंडी ब्लॉक की कमान”, लालू यादव का बड़ा बयान, क्या कांग्रेस को साइडलाइन करने की है तैयारी?

लालू यादव और ममता बनर्जी

लालू यादव और ममता बनर्जी

INDIA Alliance: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के भीतर नेतृत्व को लेकर बढ़ते विवादों के बीच, बिहार के आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पक्ष में अपनी स्थिति स्पष्ट की है. उन्होंने ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंपने की पुरज़ोर वकालत की है और कांग्रेस की आपत्तियों को पूरी तरह बेबुनियाद करार दिया है. उनका कहना है कि कांग्रेस की तरफ से ममता के नेतृत्व को लेकर की गई आपत्ति का कोई मतलब नहीं है, और वह ममता बनर्जी के नेतृत्व में काम करने के पक्षधर हैं.

लालू यादव का यह बयान बिहार की राजधानी पटना में मीडिया से बात करते हुए आया, जब उन्होंने कहा, “कांग्रेस की आपत्ति का कोई आधार नहीं है. हम ममता बनर्जी का समर्थन करते हैं और उन्हें इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व सौंपा जाना चाहिए. हम 2025 में फिर से सरकार बनाएंगे.” उनके इस बयान ने गठबंधन के भीतर पहले से चल रहे नेतृत्व के विवाद को और हवा दे दी है, जिसमें खासकर कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के बीच मतभेद उभरकर सामने आ रहे हैं.

कांग्रेस के भीतर नेतृत्व पर सवाल

गठबंधन में नेतृत्व को लेकर यह विवाद कांग्रेस पार्टी के लिए नई चिंता का विषय बन गया है. पिछले लोकसभा चुनावों में जहां कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ मजबूत स्थिति बनाई थी, वहीं कुछ राज्यों जैसे हरियाणा और महाराष्ट्र में पार्टी के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली. इसके बाद से राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे हैं. कई सहयोगी दलों ने अब ममता बनर्जी को एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया है. इन घटनाक्रमों ने कांग्रेस के भीतर नेतृत्व पर संदेह को और बढ़ा दिया है.

आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने इस बारे में कहा था कि अभी तक इस मुद्दे पर कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई है, लेकिन जब गठबंधन के वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे, तब इस मामले पर चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि गठबंधन के नेताओं को इस विषय पर कोई गंभीर आपत्ति नहीं होगी.

ममता बनर्जी का बयान

ममता बनर्जी ने कहा था, “अगर वे गठबंधन को ठीक से चला नहीं पा रहे हैं, तो मैं क्या कर सकती हूं? अगर मुझे मौका मिलेगा तो मैं इसे सही तरीके से चलाने की कोशिश करूंगी.” ममता की यह बात गठबंधन के भविष्य के लिए एक बड़ा संकेत बन गई है कि यदि उन्हें नेतृत्व दिया जाता है, तो वह इसे एकजुट और सशक्त तरीके से चलाएंगी.

सहयोगी दलों का समर्थन

ममता बनर्जी के समर्थन में कई प्रमुख सहयोगी दल सामने आए हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने ममता के नेतृत्व की क्षमता की तारीफ की और कहा कि वह पूरी तरह से गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए सक्षम हैं. इसी तरह, शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने भी ममता के नेतृत्व को समर्थन दिया है और जल्द ही उनसे मिलने को लेकर योजनाएं बनाई हैं.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के महासचिव डी राजा ने भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इस विवाद पर चिंताओं को दूर करने की अपील की है. वहीं, समाजवादी पार्टी (SP) ने भी ममता बनर्जी के नेतृत्व का समर्थन किया है.

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कांग्रेस ने क्या कहा?

हालांकि, कांग्रेस की तरफ से ममता बनर्जी के नेतृत्व पर प्रत्यक्ष प्रतिक्रिया तो नहीं आई है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव ने कहा है कि इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय गठबंधन के सभी दलों के सहयोग से लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि ममता को गठबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका दी जानी चाहिए, क्योंकि वह इस गठबंधन की एक महत्वपूर्ण सदस्य हैं.

अब आगे क्या?

ममता बनर्जी की ओर से गठबंधन का नेतृत्व करने का प्रस्ताव और इस पर बढ़ता समर्थन एक नई दिशा का संकेत दे रहा है. विपक्षी गठबंधन के भीतर नेतृत्व को लेकर उठे सवाल अब एक बड़ा मुद्दा बन चुके हैं, जो आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. इस समय कांग्रेस और अन्य दलों के भीतर इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा चल रही है, जो भविष्य में गठबंधन की एकजुटता और चुनावी रणनीति को प्रभावित कर सकती है.

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