Who Is Mohan Charan Majhi: भाजपा विधायक दल की बैठक में नेता चुने जाने के बाद अब मोहन चरण माझी ओडिशा के नए मुख्यमंत्री का पदभार संभालेंगे. माझी 12 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. वहीं प्रभाती परिदा और केवी सिंह देव राज्य के उपमुख्यमंत्री होंगे. इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नवीन पटनायक के 24 साल के शासन को समाप्त कर दिया है.
कौन हैं मोहन चरण माझी?
53 वर्षीय मोहन माझी आदिवासी समुदाय से हैं. वे पहली बार 2000 में क्योंझर सीट से ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे और अभी भी इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. चार बार के विधायक अपनी सार्वजनिक सेवा और संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. विधानसभा में पदार्पण से पहले, उन्होंने 1997 से 2000 तक सरपंच के रूप में कार्य किया. वे ओआरवी अधिनियम के तहत एससी और एसटी की स्थायी समिति के सदस्य भी रहे हैं.
माझी 2005 से 2009 तक सरकार के उप मुख्य सचेतक थे, जब बीजू जनता दल (बीजेडी) ने भाजपा के साथ गठबंधन सरकार चलाई थी. हाल ही में संपन्न ओडिशा विधानसभा चुनावों में माझी ने बीजू जनता दल की मीना माझी को 11,577 मतों से हराकर क्योंझर विधानसभा सीट जीती.
उपमुख्यमंत्री कौन हैं?
कनक वर्धन सिंह देव और प्रभाती परिदा ओडिशा के अगले उपमुख्यमंत्री होंगे. भाजपा नेता प्रभाती परिदा ने बीजद के दिलीप कुमार नायक को 4,588 मतों के अंतर से हराकर ओडिशा में निमापारा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता. भाजपा विधायक दल की बैठक में नामों का चयन किया गया, जिसमें पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव शामिल हुए. भाजपा ने 147 सदस्यीय विधानसभा में 78 सीटें हासिल करके बहुमत हासिल किया. पार्टी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम घोषित किए बिना मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा.
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अंतिम चरण में शपथ ग्रहण की तैयारी
ओडिशा में अपनी पहली सरकार बनाने के लिए तैयार भाजपा ने 12 जून को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए बीजद अध्यक्ष और निवर्तमान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को आमंत्रित किया है. शपथ ग्रहण समारोह के लिए जनता मैदान पार्क में तैयारियां अंतिम चरण में हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री इसमें शामिल हो सकते हैं.
ओडिशा सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि नए मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण के कारण बुधवार को दोपहर 1 बजे के बाद राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में सभी सरकारी कार्यालय और अदालतें बंद रहेंगी.