Rajya Sabha Election 2024: 15 राज्यों की 56 राज्यसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है. गुरुवार को इस चुनाव के लिए नामांकन का अंतिम दिन है. इस चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने कोटे के सभी 28 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने इस बार केवल चार पुराने चेहरों को फिर से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है. जबकि पार्टी ने 24 नए चेहरों पर दांव लगाया है और उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है.
द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी की 27 सीटों पर जीत तय है. जबकि पार्टी एक सीट पर ओडिसा में बीजेडी के समर्थन से जीत जाएगी. लेकिन इस चुनाव के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ही फिर से पुराने चेहरों के तौर पर संसद में पहुंचेंगे. पार्टी ने इस फैसले के पीछे की वजह राज्यसभा के सीनियर नेताओं को उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाने का फैसला माना जा रहा है.
इन नेताओं को नहीं मिला मौका
पार्टी के फैसले के बाद ये स्पष्ट हो गया है कि अब केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मंत्री मनसुख मंडाविया के अलावा नारायण राणे, पुरुषोत्तम रुपाला, वी मुरलीधरन और राजीव चंद्रशेखर को अब फिर से संसद में आने के लिए लोकसभा चुनाव का रुख करना होगा. हालांकि इन नेताओं को लेकर पार्टी का क्या फैसला होगा इसपर आगे की तस्वीर साफ होगी.
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बीजेपी ने राज्यसभा के लिए पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलुनी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को इस बार अपना उम्मीदवार नहीं बनाया होगा. बीते साल अगस्त महीने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हर राज्यसभा सांसद को कम से कम एक चुनाव लड़ना चाहिए, जिससे चुनावों का “अनुभव” हो सके.
राज्यसभा चुनाव में खास तौर पर उत्तर भारत में बीजेपी ने जिस तरह प्रत्याशियों का ऐलान किया है, इसमें पार्टी की नई रणनीति नजर आ रही है. इस इलाके में बीजेपी का बीते चुनावों के दौरान शानदार प्रदर्शन रहा है. पार्टी ने इस बार चुनाव के दौरान कड़ी मेहनत करने वाले अपने नेताओं को इनाम के तौर पर उम्मीदवार घोषित किया है.