Shafiqur Rahman Barq: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्ररहमान बर्क का इंतकाल हो गया है. सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क़ का लंबी बीमारी के बाद मंगलवार को 94 साल की उम्र में निधन हो गया है. सपा सांसद बर्क चार बार विधायक रहे चुके हैं. इसके अलावा पांच बार सांसद रहे और मुलायम सिंह यादव की सरकार में होमगार्ड विभाग के मंत्री रहे. हालांकि अपने 57 साल के राजनीतिक सफर में उनके विवादित बयान भी काफी सुर्खियों में रहे.
डॉ. शफीकुर्ररहमान बर्क अभी वर्तमान में संभल सीट से सपा के सांसद थे. उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत 1967 से की थी. तब उन्होंने पहली बार संभल विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा था. हालांकि अपने इस पहले चुनाव में सांसद बर्क हार गए थे. उन्होंने पहली बार विधानसभा का चुनाव 1974 में लड़ा था और तब वह बीकेडी के विधायक चुने गए थे. इसके बाद वह 1977, 1985 और 1989 में विधान सभा का चुनाव जीते थे.
2009 में बीएसपी के टिकट पर बने सांसद
वहीं बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में बतौर सांसद पांचवी बार बर्क ने चुनाव जीता था. हालांकि पहली बार उन्होंने 1996 में चुनाव जीता था और सांसद बने थे. तब उन्होंने मुरादाबाद लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. इसके बाद 1998 और 2004 में भी इसी सीट से चुनाव जीतकर सांसद बने. इसके बाद 2009 में संभल से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, हालांकि उन्होंने 2009 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था.
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लेकिन 2014 की मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. तब सत्यपाल सिंह ने बर्क को हराया था. अपने राजनीतिक जीवन के बीच उन्होंने कई कमेटियों में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया. सांसद बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. इसके अलावा सांसद रहते हुए मानव संसाधन विकास कमेटी, लोक शिकायत-कानून और न्याय समिति, वाणिज्य मंत्रालय की सलाहकार समिति, वक्फ बोर्डों की समिति, श्रम समिति के अलावा तमाम समितियों में रहे.
बीते कुछ सालों के दौरान डॉ. शफीकुर्ररहमान बर्क के विवादित बयान काफी चर्चा में रहे थे. तब उन्होंने मुस्लिमों और और वंदे मातरम पर दिए अपने बयानों के जरिए सुर्खियां बटोरी थी. इसके अलावा राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और रामजन्मभूमि विवाद के फैसले पर हमेशा उनके बयानों ने सुर्खियां बटोरी हैं. बता दें कि इस बार फिर से सपा ने उन्हें संभल से अपना उम्मीदवार बनाया था.