UP Politics: सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन, कई दिनों से चल रहा था इलाज, फिर मिला था संभल से टिकट

UP Politics: सपा सांसद बर्क का निधन, फिर मिला था संभल से टिकट
Shafiqur Rahman Barq

सांसद शफीकुर्रहमान बर्क

UP Politics: समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का निधन हो गया है. बीते कई दिनों से सपा सांसद अस्पताल में भर्ती थे. इसके बाद मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. कुछ दिन पहले तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें मुरादाबाद के अस्पताल में भर्ती किया गया था.

इस महीने की शुरुआत में स्वास्थ्य खराब होने के चलते सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को मुरादाबाद स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था. हालांकि उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और उसके बाद मंगलवार को उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. लेकिन बुधवार की सुबह उनका इंतकाल हो गया.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, ‘समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता, कई बार के सांसद जनाब शफीकुर्रहमान बर्क साहब का इंतकाल, अत्यंत दु:खद. उनकी आत्मा को शांति दे भगवान. शोकाकुल परिजनों को यह असीम दु:ख सहने का संबल प्राप्त हो. भावभीनी श्रद्धांजलि.’

कौन हैं शफीकुर्रहमान बर्क?

गौरतलब है कि सपा सांसद बर्क चार बार विधायक रहे चुके हैं, वहीं बीते 2019 के लोकसभा चुनाव में बतौर सांसद पांचवी बार चुनाव जीते थे. इसके अलावा बर्क बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.

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सपा सांसद हमेश मुस्लिमों से जुड़े बयानों और वंदे मातरम पर अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में बने रहे. उन्होंने संभल विधानसभा सीट से पहली बार 1967 में चुनाव लड़े लेकिन हार गए. उन्होंने 1974 में पहली बार विधायक का चुनाव जीता था और तब बीकेडी के विधायक बने थे. इसके बाद 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर, 1985 में लोकदल के टिकट पर और 1989 में जनता दल के टिकट पर चुनाव जीते थे.

उन्होंने मुलायम सिंह यादव की सरकार में होमगार्ड विभाग की जिम्मेदारी संभाली थी. इसके बाद 1996 में पहली बार सांसद बने, तब उन्होंने मुरादाबाद से चुनाव जीता था. इसके बाद 1998 और 2004 फिर मुरादाबाद से सांसद बने थे.

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