The Kerala Story: फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को दूरदर्शन द्वारा दिखाए जाने को लेकर अब सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने इसे निंदनीय बताया है. उन्होंने कहा है कि इसकी स्क्रीनिंग नहीं करनी चाहिए. वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने सीएम के आरोपों को बेतुके बताया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ट्वीट करते हुए लिखा: “दूरदर्शन द्वारा ध्रुवीकरण को बढ़ावा करने वाली फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को प्रसारित करने का निर्णय बेहद निंदनीय है. राष्ट्रीय समाचार प्रसारक को भाजपा-आरएसएस की प्रचार मशीन नहीं बनना चाहिए और इस फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करनी चाहिए. जो केवल आम चुनाव से पहले सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाना चाहते हैं. केरल नफरत फैलाने के ऐसे दुर्भावनापूर्ण प्रयासों का दृढ़ता से विरोध करता रहेगा.”
केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा, ” ‘द केरल स्टोरी’ एक ऐसी फिल्म है जिसे सेंसर बोर्ड ने अनुमति दी है. वामपंथी हमेशा से कहते रहे हैं कि हम अभिव्यक्ति की आजादी के पक्ष में हैं और मुझे समझ नहीं आता कि जब ऐसी फिल्म प्रसारित हो रही है तो उन्हें चिंता क्यों हो रही है. वामपंथी को बेतुके आरोप लगाने के लिए जाना जाता है.”
फिल्म दिखाने से बढ़ सकता है सांप्रदायिक तनाव
सीएम पिनराई विजयन ने दूरदर्शन से विवादास्पद फिल्म की स्क्रीनिंग वापस लेने की गुजारिश की है. उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा होता है तो चुनाव से पहले फिल्म दिखाने से सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि बीजेपी और आरएसएस की ‘प्रचार मशीन’ न बनें.
गौरतलब है कि दूरदर्शन ने घोषणा की है कि यह फिल्म पांच अप्रैल को दिखाई जाएगी. लेकिन केरल के मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस फैसले पर आपत्ति जताई है. उनका दावा है कि बीजेपी केरल के समाज में पैठ बनाने में असमर्थ थी. यह फिल्म केरल को चुनौती देने जैसी है.