Vistaar NEWS

UP Politics: हल्द्वानी हिंसा और बरेली की घटना पर मायावती बोलीं- ‘इस घटना को रोका जा सकता था’, अब रखी ये मांग

BSP Chief Mayawati

बीएसपी सुप्रीमो मायावती

UP Politics: उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा और उत्तर प्रदेश के बरेली में हुई घटना पर बीएसपी चीफ मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मौजूदा सरकार से इन मामलों की जांच कराने और अमन-चैन भी कायम करने की अपील की है.

हल्द्वानी की घटना पर मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है, ‘उत्तराखण्ड राज्य के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय. अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था. सरकार इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए तथा अमन-चैन भी कायम करें.’

बीएसपी चीफ ने बरेली की घटना पर कहा, ‘साथ ही, उत्तराखण्ड से लगे यूपी के जिला बरेली आदि में भी आएदिन किसी ना किसी मुद्दे को लेकर यहाँ तनाव की स्थिति बनी रहती है, जिसे समय रहते सरकार को नियन्त्रित कर लेना चाहिये ताकि यहाँ भी शान्ति व्यवस्था बनी रहे.’

उपद्रवियों को चिन्हित कर होगी कार्रवाई

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘हल्द्वानी पहुंचकर बनभूलपुरा में हुई घटना में घायल महिला पुलिस दल समेत अन्य पुलिसकर्मियों, प्रशासन, नगर निगमकर्मी और पत्रकार साथियों का हाल चाल जाना. जिन लोगों ने क़ानून तोड़ा है एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनके सारे वीडियो फुटेज और फुटप्रिंट उपलब्ध हैं. सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर, उन पर विधिसम्मत कार्रवाई की प्रक्रिया गतिमान है.’

ये भी पढ़ें: Haldwani Violence: हल्द्वानी हिंसा के बाद हर इलाके में अधिकारी तैनात, सात जोन में बांटा गया, पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी

गौरलतब है कि हल्द्वानी के अलावा उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद शुक्रवार को बवाल हो गया था. जहां उपद्रवियों द्वारा पुलिस को दौड़ाकर भगाने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मौलाना तौकीर रजा द्वारा बुलाने पर ये भीड़ जुटी थी, जिसके बाद ये बवाल हुआ है.

बरेली के एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया है कि कुछ अराजक तत्वों ने वहां माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. बाद में विवाद बढ़ा तो पुलिस को मामले को संभालना पड़ा था.

Exit mobile version