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दोबारा मतदान की ठुकराई मांग तो खुद से करेंगे बैलेट पेपर पर वोटिंग, EVM पर संदेह के बाद इस गांव के लोगों ने उठाया कदम

Ballot Paper

सोलापुर एक गांव के लोगों ने बैलेट पेपर से दोबारा वोटिंग करने का ऐलान किया है.

Ballot-Paper: चुनाव के दौरान भारत में अक्सर EVM पर सवाल जरूर उठाते हैं. चुनाव चल रहा हो या फिर नतीजे सामने आ जाए हर हाल में EVM बेचार बदनाम होता है. अब एक बार फिर से EVM पर सवाल उठा है. खास बात ये है कि जब लोगों ने EVM पर सवाल उठाते हुए प्रशासन ने अपने क्षेत्र में दोबारा चुनाव की मांग की तो प्रशासन ने मन कर दिया. फिर क्या था लोगों ने खुद ही बैलेट पेपर पर वोटिंग करने का फैसला ले लिया.

बैलेट पेपर से वोटिंग का यह मामला महाराष्ट्र चुनाव से जुड़ा हुआ है. महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के मरकरवाडी गांव के लोगों ने बैलेट पेपर से दोबारा वोटिंग करने का ऐलान किया है. ऐसा इसीलिए क्योंकि गांव वालों को EVM के रिजल्ट पर डाउट है. इसी कारण गांव वालों ने अब बैलेट पेपर से पुनर्मतदान के बैनर लगाए हैं.

हालांकि, प्रशासन ने इस इलाके में पुनर्मतदान करने पर रोक लगते हुए क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. महाराष्ट्र के मालशिरस सीट से NCP (शरद पवार) गुट से उत्तमराव शिवदास जानकर ने यहां से जीत दर्ज की है. मरकरवाडी गांव के लोगों का ऐसा दावा है कि उत्तमराव जानकर को उनके गांव से बीजेपी उम्मीदवार राम सतपुते के मुकाबले 80 फीसदी से ज्यादा वोट दिए गए.

गांव वालों का कहना है कि EVM की वोटिंग के अनुसार उत्तमराव को सिर्फ 1,003 वोट मिले. जबकि सतपुते को 843 वोट मिले. गांव वालों ने दावा किया है कि सतपुते को उनके गांव से 100-150 से ज्यादा वोट भी नहीं मिले होंगे.

गांव वालों के मुताबिक EVM के नतीजे संदिग्ध हैं. ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल भी जिला प्रशासन मिला था. बैलट पेपर के जरिए पुनर्मतदान की मांग की, लेकिन प्रशासन ने गांव वालों की मांग को ठुकरा दिया. ऐसे में गांव वालों ने अपने स्तर पर वोटिंग कराए जाने का फैसला कर लिया है. क्षेत्र में गांव वालों ने जो बैनर लगाया है उसके मुताबिक 3 दिसंबर को बैलेट पेपर से ‘पुनर्मतदान’ किया जाएगा.

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इधर, SDM ने इस मामला पर संज्ञान लेते हुए मालशिरस में 2 से 5 दिसंबर तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दिया है.

बता दें कि, महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग हुई और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए गए. इस चुनाव में महायुति की जीत हुई है.

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