Fatty Liver Turned Cirrhosis: हमारे शरीर का लिवर एक बहुत ही अहम अंग है. यह शरीर से हानिकारक तत्वों (टॉक्सिन्स) को निकालने और खाने को पचाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. लेकिन आजकल हमारी बदलती लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है. अगर समय रहते इसपर ध्यान न दिया जाए, तो यह लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी तक बढ़ सकती है. डॉक्टरों की चेतावनी है कि कुछ ड्रिंक्स सीधे लिवर को नुकसान पहुंचाती हैं और उसे अंदर ही अंदर कमजोर कर देती हैं.
3 ड्रिंक्स के सेवन से लिवर डैमेज हो सकता है
हार्वर्ड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया. इसमें उन्होंने बताया कि अगर फैटी लिवर के मरीज इन 3 ड्रिंक्स का सेवन नहीं रोकते हैं, तो उन्हें जल्दी ही लिवर डैमेज और लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर और जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं.
सॉफ्ट/कोल्ड ड्रिंक्स
सोडा या कोल्ड ड्रिंक ज्यादातर लोगों की पसंदीदा होती हैं. गर्मी में राहत पाने, प्यास बुझाने, रिफ्रेश होने या खाने के साथ लोग इसे पीते हैं. वहीं इसको लेकर डॉक्टर सौरभ सेठी बताते हैं कि इसमें शुगर और फ्रुक्टोज की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जिसे लिवर आसानी से पचा नहीं पाता. इसके कारण यह सीधे फैट में बदल जाता है और लिवर में जमा होने लगता है. धीरे-धीरे लिवर में सूजन बढ़ती है और यह खराब होने लगता है.
एनर्जी ड्रिंक्स
आगे डॉक्टर ने बताया कि मार्केट में मिलने वाली एनर्जी ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा फ्रुक्टोज और आर्टिफिशियल शुगर होती है. हमारा लिवर ही एक ऐसा अंग है जो फ्रुक्टोज को प्रोसेस कर सकता है. जब हम बहुत ज्यादा मीठा पीते हैं, तो लिवर उस अतिरिक्त शुगर को फैट में बदलने लगता है. यह फैट लिवर की कोशिकाओं के आसपास जमने लगता है, जिससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) शुरू हो सकती है.
बबल टी
बबल टी को लेकर भी डॉक्टर सौरभ सेठी ने चेतावनी देते हुए बताया कि इसमें बहुत ज्यादा सिरप और कंडेंस्ड मिल्क डाला जाता है. इसमें मौजूद फ्रुक्टोज को सिर्फ लिवर ही प्रोसेस कर सकता है. जब आप इतनी ज्यादा चीनी पीते हैं, तो लिवर इसे संभाल नहीं पाता और तुरंत फैट में बदल देता है. इससे जल्दी ही नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर (NAFLD) की समस्या हो सकती है.
