Health Tips: कैल्शियम के लिए खाए काले तिल का लड्डू, हड्डियां होंगी मजबूत

Health Tips: हड्डियों की मजबूती के लिए अक्सर लोग दूध को बेस्ट बताते हैं. मगर आज के समय में दूध मेंभी बहुत मिलावट की जाती है. जो हमारे शरीर को कुछ खास फायदा नहीं पहुंचा पाती है. ऐसे हम दूध के अलावा काले तिल को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं.
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हड्डियों के लिए काला तिल बहुत फायदेमंद साबित होता है

Health Tips: आज के समय में हम घर के खाने से ज्यादा बाहरी खानों पर डिपेंड हो गए हैं. जिसका असर हमारे शरीर पर पड़ता है. कई तरह की बीमारियां होती है, जिस कारन हमारा बॉडी और बोन (हड्डियां) कमजोर होता है. हड्डियों की मजबूती के लिए हम कैल्शियम की गोलियां लेते हैं. मगर दवाइयां हमारे शरीर के लिए सही नहीं है. ऐसे में हमारी हड्डियों को मजबूत करने के लिए हम पोषक तत्व का इस्तेमाल कर सकते हैं. कुछ ऐसे पोषक तत्व जो हमारी डाइट में शामिल हो तो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाए.

हड्डियों की मजबूती के लिए अक्सर लोग दूध को बेस्ट बताते हैं. मगर आज के समय में दूध मेंभी बहुत मिलावट की जाती है. जो हमारे शरीर को कुछ खास फायदा नहीं पहुंचा पाती है. ऐसे हम दूध के अलावा काले तिल को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. यह हमारी हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है. अपने डाइट में शामिल करने के बाद इसे आप कच्चा भी खा सकते हैं. या फिर आप इसे हल्का सा भूनकर भी खा सकते हैं. इन्हें सुबह खाली पेट खाना विशेष रूप से फायदेमंद होता है. आप काले तिल को सलाद, सब्जी, नूडल्स या चावल में भी मिला सकते हैं. या फिर इसके गुड़ के साथ लड्डू बना कर भी खा सकते हैं.

दूध से ज्यादा फायदेमंद

काले तिल, में दूध से कई गुना ज्यादा कैल्शियम होता है. काले तिल न केवल कैल्शियम का बेहतरीन स्रोत है, बल्कि यह हड्डियों के विकास और मजबूती के लिए जरूरी कई अन्य पोषक तत्वों से भरा हुआ है. 100 मिलीलीटर दूध में लगभग 123 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, जबकि काले तिल में 1286 मिलीग्राम कैल्शियम होता है. यानी तिल में कैल्शियम की मात्रा दूध से कई गुना ज्यादा होती है.

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काले तिल के और भी फायदे

काले तिल में कैल्शियम के साथ साथ मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व भी होते हैं. जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं. वहीं, काले तिल में जिंक की भी अच्छी मात्रा होती है, जो बोन डेंसिटी (हड्डी घनत्व) को बढ़ाता है और हड्डियों को टूटने से बचाने में मदद करता है. यह तत्व ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारी के खतरे को भी कम करता है.

हड्डी से जुडी बिमारियों में भी राम बाण

काले तिल को खाने से गठिया जैसी समस्याओं से निजात मिलता है. काले तिल में एंटी-इंफ्लामेटरी (सूजन कम करने वाली) प्रॉपर्टीज होती हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम कर सकती है. और दर्द से राहत दिला सकती है.

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