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Lifestyle: गर्मियों में शरीर को रखें ठंडा, जानें दही या छाछ में क्या है बेहतर

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दही-छाछ

Lifestyle: देश के मैदानी इलाकों में अब लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा है. गर्मी आते ही लोग ठंडे चीजों की ओर दोबारा रुख करने लगते हैं.अब चाहे घंने के लिए मनाली शिमला जाएं या फिर शरीर को ठंडा रखने के लिए दही, खीरा, जूस, तरबूज जैसी चीजों को खाते हैं. गर्मी का मौसम आते ही शरीर को ठंडा और हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी हो जाता है.

इस मौसम में शरीर को ठंडक दिलाने के लिए दही और छाछ दोनों ही गर्मियों के लिए सुपरफूड हैं. इन दोनों को गर्मियों में काफी पसंद किया जाता है. ये दोनों ऐसी चीजें हैं जो पाचन को सुधारने के साथ-साथ शरीर को डिटॉक्स करने और गर्मी से राहत देने में मदद करता है.

दही और छाछ क्या है अंतर?

दही और छाछ दोनों ही दूध से बनने वाले डेयरी उत्पाद हैं. दही गाढ़ा और पोषक तत्वों से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट है. जो दूध को जमाकर तैयार किया जाता है. इसमें प्रोटीन, प्रोबायोटिक्स, कैल्शियम, विटामिन B12 और फास्फोरस भरपूर होते हैं.

वहीं, छाछ दही को मथकर बनाई जाती है. जिसमें एक्स्ट्रा मक्खन निकाल दिया जाता है. इसमें पानी की क्वांटिटी ज्यादा और फैट की क्वांटिटी कम होती है, जिससे ये हल्की और आसानी से पचने वाली होती है.

गर्मियों में क्या बेहतर?

छाछ आसानी से पच जाती है और गैस, अपच और एसिडिटी को दूर करने में मदद करती है.
दही गाढ़ा होता है, जिससे कुछ लोगों को अनपच हो जाता है.

छाछ शरीर को ज्यादा ठंडक देती है क्योंकि ये हल्की होती है. इसमें ज्यादा क्वांटिटी में पानी होता है, जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है.
दही भी ठंडक देता है, लेकिन ये भारी होता है और शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है, खासकर जब इसे ज्यादा क्वांटिटी में खाया जाए.

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छाछ में अधिक पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाते हैं.
दही में पानी की क्वांटिटी कम होती है, इसलिए ये उतना हाइड्रेटिंग नहीं होता.

छाछ में कम कैलोरी और फैट होती है, जिससे ये वजन घटाने में मदद करती है.
दही में अधिक कैलोरी और फैट होता है, इसलिए इसे ज्यादा क्वांटिटी में लेने से वजन बढ़ सकता है.

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