Shiv Bhajan: सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बेहद खास होता है. जिसमें वें पूरी श्रद्धा व भक्ति से भोलेनाथ की आराधना करते है. सावन में शिव पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती हैं. इस महीने में शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ती है, और हर तरफ शिव भजनों की गूंज सुनाई देती है.
सावन के पावन दिनों में शिव की कथा और भजन सुनना अच्छा माना जाता है. इससे भक्त का मन शांत होता है और भगवान के प्रति भक्ति बढ़ती है. सावन में सुबह की शुरूआत यदि शिव भजनों से हो तो दिन अच्छा गुजरता है. आप भी इस सावन में भोलेनाथ की भक्ति में डूब जाएं और इन खास भजनों को सुनकर अपने घर में भक्ति का माहौल बनाएं.
भगवान शिव के प्रसिद्ध शिव भजन
सुबह सुबह ले शिव का नाम: हरिहरन जी की मधुर आवाज में गाया यह भजन सावन में सुनने के लिए एकदम सही है.सुबह-सुबह इस भजन को सुनकर आप अपने दिन की शुरुआत भोलेनाथ के नाम से कर सकते हैं. हरिहरन जी की मधुर आवाज और भजन के भाव आपको भोलेनाथ के करीब ले जाएंगे.
सांसों की माला पे सिमरु में शिव का नाम: अशोक भयानी जी की आवाज में गाया यह भजन साल 2018 में रिलीज हुआ था और आज भी शिव भक्तों के दिलों पर राज करता है इस भजन में शिव जी की भक्ति का भाव बहुत ही खूबसूरती से व्यक्त किया गया है.सांसों की माला में शिव का नाम जपने की भावना आपको भी प्रेरित करेगी.
‘हे शंभू बाबा मेरे भोलेनाथ तीनो लोक में तू ही तू’ ये भजन शिव महिमा मूवी का है. इसे सिंगर हरिहरन ने गाया है और इसके लिरिक्स श्याम राज के है.यह भजन सुनने में बहुत मधुर लगता है और सावन में बहुत ज्यादा सुना जाता है.
हर हर महादेव: अमित त्रिवेदी का यह गाना बेहद लोकप्रिय है और करोड़ों लोगों ने इसे सुना है. इस गाने में शिव जी की महिमा का वर्णन किया गया है. “हर हर महादेव” का जाप करते हुए आप भोलेनाथ की कृपा पा सकते हैं. यह गाना सावन के माहौल को और भी खास बना देगा.
मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी: बाबा के नाम से मशहूर जटाओं वाले लोकगायक हंसराज रघुवंशी और मशहूर लोकगायक सुरेश वर्मा की जोड़ी ने इस लोकगीत को गाया है. यह गाना सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर है और लोगों को बहुत पसंद आ रहा है. इस लोकगीत में भोलेनाथ की सादगी और भोलापन दिखाया गया है.यह गाना आपको भोलेनाथ के करीब लाएगा.
ये भी पढ़ें: सोनम रघुवंशी जेल में किन दो लोगों से मिलना चाहती है? दोनों के नाम आए सामने, तीन बार फोन पर बात भी कर चुकी हैं
रावण द्वारा रचित शिव तांडव स्त्रोत्रम हमेशा से ही भगवान शिव शंकर का महान मंत्र रहा है.मान्यता के मुताबिक रावण ने एक बार क्रोध में आकर कैलाश पर्वत को उठा लिया था. भगवान शिव ने अपने पैर के अंगूठे से इसे दबा दिया था.रावण में दर्द से कराहते हुए इसकी रचना की है.
शिवजी का स्तुति मंत्र- कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।। सिंगर अनुराधा पौडवाल की आवाज में ये भजन सुनकर आप अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं.
