Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत उबाल पर है. नेताओं की ओर से विरोधी नेताओं पर बयानबाजी भी तेज हो चुकी है. इसी क्रम में कांग्रेस(Congress) पार्टी चुनाव आयोग पहुंची है. कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र की तुलना ‘मुस्लिम लीग’ से करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Modi) के बयान पर निर्वाचन आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई है.
अजमेर में पीएम मोदी ने चुनावी रैली में दिया था बयान
दरअसल पीएम मोदी राजस्थान के अजमेर में 6 अप्रैल को एक चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस घोषणापत्र पर निशाना साधते हुए इसे ‘झूठ का पुलिंदा’ बताया था. उन्होंने कहा कि घोषणापत्र के हर पन्ने से ‘भारत के टुकड़े-टुकड़े करने की बू आ रही है’. अपनी रैली में कहा कि मुस्लिम लीग की छाप वाले इस घोषणापत्र में जो कुछ बचा था उस पर वामपंथी हावी हो गए हैं. आज कांग्रेस के पास न तो सिद्धांत हैं और न ही नीतियां. ऐसे लगता है कि जैसे कांग्रेस ने सब कुछ ठेके पर दे दिया है और पूरी पार्टी को आउटसोर्स कर दिया है.
राजीव चंद्रशेखर खिलाफ भी शिकायत दर्ज
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराने की जानकारी दी, उन्होंने कहा यह चुनाव आयोग के लिए सभी दलों के लिए समान अवसर और अपनी स्वतंत्रता प्रदर्शित करने का समय है. हम उम्मीद करते हैं कि आयोग अपने संवैधानिक जनादेश को बरकरार रखेगा. वहीं सलमान खुर्शीद ने कहा कि हम इस बात से आहत हैं. पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणापत्र के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं. हमने चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित किया है. कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह सप्पल ने बताया कि खुद के बारे में गलत जानकारी देने के लिए राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई है.
‘घिसी-पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट’ का सहारा- कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी पर पलवार किया. पार्टी की ओर से दावा किया गया कि BJP लोकसभा चुनावों में पार्टी की 180 सीटों के आंकड़े को पार करने की संभावना से डरी हुई है, इसलिए फिर से ‘घिसी-पिटी हिंदू-मुस्लिम स्क्रिप्ट’ का सहारा ले रही है. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
‘उनके पूर्वजों ने ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का साथ दिया था’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, ‘उनके राजनीतिक और वैचारिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में भारतीयों के खिलाफ ब्रिटिश और मुस्लिम लीग का साथ दिया था.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘आज भी ‘कांग्रेस के न्याय पत्र’ के खिलाफ वे मुस्लिम लीग का आह्वान कर रहे हैं जिसे आम भारतीयों की आकांक्षाओं, जरूरतों और मांगों के अनुसार आकार दिया गया है.’