Lok Sabha Election 2024: देशभर में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है. लेकिन किसी भी चुनाव को जीतने के लिए सीधे तौर पर जनता से जुड़ना बहुत जरूरी होता है. इसके लिए बड़े पैमाने पर चुनावी रैलियों और सभाओं का आयोजन किया जाता रहा है. ऐसे में चुनावी रैलियों के लिए मुंबई का लोकप्रिय शिवाजी पार्क राजनीतिक दलों की पहली पसंद रहा है.
मुंबई के दादर में स्थित शिवाजी पार्क में आमतौर पर चुनावी रैलियों का आयोजन होता है. हाल ही में 17 मार्च को राहुल गांधी की एक रैली का आयोजन भी यहां किया गया था. राजनीतिक दलों में शिवाजी पार्क की डिमांड इस कदर है कि चुनावी रैलियों के लिए इसकी बुकिंग साल की शुरुआत से ही शुरू हो गई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में शिवसेना ने 12 अक्टूबर को होने वाली दशहरा रैली के लिए पहले से ही आवेदन कर दिया है.
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: सीएम ममता बनर्जी पर विवादित बयान देकर फंसे BJP सांसद दिलीप घोष, पार्टी ने थमाया नोटिस
बुकिंग के लिए राजनीतिक दलों ने किया आवेदन
सभी प्रमुख राजनीतिक दलों में शिवाजी पार्क की डिमांड बहुत अधिक है. अप्रैल और मई में यहां रैलियों के आयोजन के लिए सभी बड़ी पार्टियों ने बुकिंग के लिए बीएमसी के समक्ष आवेदन कर दिया है. मुंबई में 20 मई को होने वाले मतदान के चुनावी प्रचार प्रसार के आखिरी दिन से पहले 17 मई को चुनावी रैली करने के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे ने आवेदन किए हैं. दोनों पार्टियों ने 17 मई को शिवाजी पार्क में चुनावी रैली करने के लिए आवेदन किया है. एकनाथ शिंदे की शिवसेना, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, बीजेपी, एनसीपी (एपी) और मनसे ने शिवाजी पार्क में चुनावी रैलियों के आयोजन के लिए आवेदन किए हैं.
17 मार्च को कांग्रेस की मेगा रैली
एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 16 अप्रैल, 19 अप्रैल, 21 अप्रैल, 3 मई, 5 मई और 7 मई के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के लिए आवेदन किया है. एनसीपी (अजित पवार) ने 22 अप्रैल, 24 अप्रैल और 27 अप्रैल को चुनावी रैली के लिए आवेदन दिया है. वहीं, बीजेपी ने 23 अप्रैल, 26 अप्रैल और 28 अप्रैल के लिए बुकिंग की है. कांग्रेस ने 17 मार्च को खत्म हुई भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मौके पर शिवाजी पार्क में मेगा रैली का आयोजन किया था.
क्यों हाई डिमांड में है शिवाजी पार्क?
शिवाजी पार्क देश के कई प्रमुख चुनावी ग्राउंड्स में से एक हैं. कहा जाता है कि शिवाजी पार्क से दिए जाने वाले सियासी संदेश की गूंज पूरे महाराष्ट्र में सुनाई देती है. यही वजह है कि सभी राजनीतिक दलों में यहां चुनावी रैलियों के आयोजन के लिए होड़ लगी रहती है. इसके लिए कई महीनों पहले से राजनीतिक दल बुकिंग कराना शुरू कर देते हैं.