Lok Sabha Election: 16 मार्च को लगी आचार संहिता के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने न केवल 11 दिनों में 22 सभाएं कि बल्कि ताबड़तोड़ बैठकें लेकर भाजपा के चुनाव अभियान को चरम पर पहुंचा दिया है. वे प्रचंड गर्मी की परवाह न करते हुए जिस तरह से आम जनता के बीच जा रहे हैं, वह अपने आप में विशाल है. सुबह छः बजे शुरू होने वाली उनकी दिनचर्या देर रात को कार्यकर्ताओं और आम जनता से मुलाकात के बाद समाप्त होती है. खुद के मोबाइल पर आने वाली कॉल भी बीच-बीच में स्वयं उठाते हैं, जो सामान्यतः दूसरे मुख्यमंत्रियों में कम ही नजर आता है. ग्यारह दिनों में ही मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को पूरी तरह बैकफुट पर ला दिया है, जो अब मुकाबला न कर पाने की स्थिति में नजर आने लगी है.
मां दंतेश्वरी के दर्शन के बाद की चुनावी अभियान की शुरुआत
20 मार्च 2024 को दंतेवाड़ा में माँ दंतेश्वरी के दर्शन-पूजन के बाद सीएम साय ने अपने चुनावी अभियान का शुभारंभ किया. जिसके बाद वे बस्तर लोकसभा क्षेत्र में सात सभाएं, कांकेर लोकसभा क्षेत्र में सात सभाएं, राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में तीन सभाएं और महासमुंद, रायपुर, दुर्ग, जांजगीर व बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में एक-एक सभाएं कर चुके हैं. मुख्यमंत्री की सभा में आमजन की स्व-स्फूर्त भीड़ उमड़ रही है. लोग सीएम साय के भाषण को बड़े ही उत्साह से सुन रहे हैं और ताली बजाकर, नारे लगाकर अपना पूर्ण समर्थन भी दे रहे हैं.
सीएम की सभा में लग रही महिलाओं की भीड़
मुख्यमंत्री की प्रत्येक सभा में महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. महिलाएं सीएम साय की बात को ध्यान से सुन भी रही हैं. इसका प्रमुख कारण विष्णु सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना को प्राथमिकता से लागू करने को माना जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत अब तक प्रदेश की 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं को प्रति महीने 655 करोड़ 57 लाख रूपये के हिसाब से दो महीने की किस्त जारी हो चुकी है. जिससे महिलाएं बहुत ही खुश हैं, मोदी और भाजपा सरकार के प्रति उनका विश्वास बढ़ा है.
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कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कार्यकर्ता सम्मेलन और जनसभाओं में पिछली कांग्रेस सरकार में हुए भ्रष्टाचार, घोटाले व उनकी नाकामी को लगातार जन-जन के बीच उजागर कर रहे हैं. जिस पर आमजन की खूब तालियां बज रही है. बीच-बीच में वो जनता से कनेक्ट करने के लिए उनसे सवाल भी करते हैं. वो बार-बार पूछते हैं कि मोदी जी की सरकार तीसरी बार बनानी है या नही, जिसका जवाब हाँ में मिलता है. वो जनता को बताते हैं कि कैसे भूपेश बघेल की अगुवाई में कांग्रेस ने शराब, रेत, कोयला, सरकारी जमीन, पीएससी सबमें घोटाला किया और यहाँ के संसाधनों को लूटा. वो भूपेश बघेल पर महादेव एप को निर्बाध रूप से चलाने के लिए 508 करोड़ रूपये प्रोटेक्शन मनी लेने के आरोप और उस पर हुई एफआईआर को जनता को बता रहे हैं, इसे छत्तीसगढ़ के लिए शर्म की बात कह रहे हैं। श्री साय कांग्रेस द्वारा किये गए 36 वादों में एक भी वादे को ठीक से पूरा नहीं करने की बात लगातार जनता को बता रहे हैं। उनके भाषणों में यह प्रमुखता से शामिल है.
लोगों को बता रहे मोदी की गारंटी
सीएम साय अपनी हर जनसभा में मोदी की गारंटी के अंतर्गत पूरे किये गए प्रमुख वादों को जनता को बता रहे हैं. वे कहते हैं कि भाजपा सरकार बनने के मात्र 100 दिनों के अंदर ही हमने मोदी की गारण्टी के अंतर्गत प्रमुख वादों को प्राथमिकता से पूरा किया. इन वादों में वे 18 लाख परिवारों के पीएम आवास के लिए राज्यांश देने, 12 लाख से अधिक किसानों को धान खरीदी के 2 वर्ष का 3716 करोड़ रूपये का बकाया बोनस देने, प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने, प्रति क्विंटल 3100 रूपये में धान खरीदने, 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने, 24.72 लाख किसानों को 917 रूपये प्रति क्विंटल के मान से 13,320 करोड़ रूपये धान की अंतर की राशि देने, महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख 12 हजार 417 महिलाओं को दो महीने की किश्त जारी करने, श्रीरामलला दर्शन योजना को लागू करने, सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ता में 4% की वृद्धि करने, वनांचलों में 5500 रुपया प्रति मानक बोरे की दर से तेंदूपत्ता खरीदने, चरण पादुका योजना को पुनः लागू करने, पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपने की बात जनता से प्रमुखता से कर रहे हैं. वे चुनाव के बाद बची हुई गारंटियों को प्रमुखता से पूरा करने की बात जनता से कहते हैं.
विष्णुदेव साय की यह मेहनत क्या रंग लाएगी, यह तो चुनाव परिणाम बताएगा. मगर सीएम साय संगठन को साथ लेकर अपने आत्मविश्वास भरे तूफानी दौरों की बदौलत सभी ग्यारह लोकसभा सीट जीतने के प्रति आश्वस्त लगते हैं.