Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में पहले और दूसरे चरण के लोकसभा चुनाव के मतदान हो चुके हैं, जबकि तीसरे और चौथे चरण की वोटिंग अभी बाकी है. लेकिन उससे पहले ही बीजेपी ने मध्य प्रदेश में गुजरात के सूरत जैसा खेल कर दिया है. इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नामांकन वापस लेने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया. अक्षय बम के नामांकन वापस लेने के बाद अब इंदौर में कांग्रेस चुनावी मैदान से बाहर हो चुकी है. माना जा रहा है कि इससे शंकर लालवानी की राह आसान हो गई है.
नामांकन के आखिरी दिन हुई इस सियासी घटनाक्रम का का चाणक्य कैलाश विजयवर्गीय को माना जा रहा है. अब इंदौर लोकसभा सीट में कांग्रेस के प्रत्याशी न होने से शंकर लालवानी की जीत अब लगभग तय मानी जा रही है. राजनीतिक पंडितों का कहना है कि ऐसे में यदि कोई प्रत्याशी बचता भी है तो भी शंकर लालवानी को चुनाव में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
नामांकन के आखिरी दिन 9 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया
सोमवार के दिन मध्य प्रदेश के इंदौर में हुई राजनीतिक घटनाक्रम के बाद अब इंदौर लोकसभा में बीजेपी समेत 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में बचे हुए हैं. आपको बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित नाम वापसी के आखीरी दिन इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी समेत कुल 9 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया. वहीं पूरे मध्य प्रदेश की बात करें तो चौथे चरण के नामांकन के आखिरी दिन 8 सीटों पर कुल 16 कैंडिडेट ने अपना नामांकन वापस ले लिया.
चौथे चरण के 8 सीटों पर 74 उम्मीदवार
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में मध्य प्रदेश के 8 सीटों पर 74 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में अपनी किस्मत अजमाने जा रहे हैं. बता दें कि देवास लोकसभा सीट से 1, रतलाम से 1, धार से 1, इंदौर से 9, खरगोन से 1 और खंडवा लोकसभा सीट से 3 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. जबकि देवास लोकसभा सीट पर कुल 8 उम्मीदवार दावेदारी पेश कर रहे हैं. वहीं उज्जैन में 9, मंदसौर में 8, रतलाम में 12 , धार में 7, इंदौर में 14, खरगोन में 5, खंडवा में 11 अभ्यर्थी अंतिम रूप से निर्वाचन में रह गये हैं