Lok Sabha Election: मुरादाबाद सीट से टिकट कटने पर एसटी हसन का दर्द छलका है. उन्होंने कहा कि जरूर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की कोई मजबूरी रही होगी. बता दें कि ऐन मौके पर समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से हसन का टिकट काटकर रुचि वीरा को उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद से बयानबाजी का दौर जारी है.
‘मुझे भी बेइज्जती का एहसास होता है’
गुरुवार, 28 मार्च को एसटी हसन ने टिकट कटने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “मैं भी इंसान हूं. मुझे भी बेइज्जती का एहसास होता है. सिर्फ दिल को यही कह कर बहलाता हूं कि अब राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की कोई मजबूरी रही होगी.”
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मीडिया से बात करते हुए एसटी हसन ने कहा- ”जब पार्टी ने दूसरा उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है और पार्टी अध्यक्ष ने मुझे पत्र भी भेजा है तो यह स्पष्ट था कि मुझे सिंबल नहीं मिलेगा. मैं पार्टी के उम्मीदवार के लिए मुरादाबाद में प्रचार नहीं करूंगा, यह उन लोगों के लिए बहुत निराशाजनक होगा जिन्होंने मेरा समर्थन किया और मेरे लिए प्रार्थना की.” वहीं पार्टी प्रमुख को लेकर उन्होंने कहा- “अखिलेश यादव ने मुझे पत्र जरूर भेजा है, लेकिन जब मैंने उनसे मिलने की कोशिश की तो एक ‘बाहरी’ विधायक पार्टी ने उनकी (अखिलेश यादव) टीम पर कब्जा कर लिया ताकि मैं उनसे न मिल सकूं.”
#WATCH | UP: On Moradabad Lok Sabha seat nomination, Samajwadi party leader ST Hasan says, “When the party has decided to field another candidate and the party’s president has also sent me the letter then it was obvious that I won’t be getting the symbol. I will not be… pic.twitter.com/uHrwLuDXrY
— ANI (@ANI) March 28, 2024
क्या आजम खान के कारण कटा टिकट?
एसटी हसन से जब टिकट कटने में आजम खान की भूमिका को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा- ” मुझे आजम खान ने ही 2019 में टिकट दिलवाया था. मैं उनका एहसानमंद हूं. अगर अब उन्होंने टिकट कटवा दिया तो बात बराबर हो गई.”
बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में हसन ने भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश कुमार को 97,878 वोटों से हराया था. हसन को 649,416 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी को 551,538 मत मिले थे.