Vistaar NEWS

Ken-Betwa Link Project: MP के 8 जिलों के साथ बुंदेलखंड के 41 लाख लोगों को मिलेगा लाभ, केन-बेतवा लिंक परियोजना का काम जुलाई में होगा शुरू

The total cost of Ken-Betwa link project is Rs 44 thousand 605 crore.

केन-बेतवा लिंक परियोजना की कुल लागत 44 हजार 605 करोड़ रुपए है.

Ken-Betwa Link Project: केन-बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत दोधन डेम बनाने के लिए टेक्निकल डीपीआर फाइनल हो गई है. आचार संहिता के बाद कंपनियों को टेंडर अलाट किया जाएगा. जिसके आधार पर चयनित कंपनियां फाइनेंशियल बिडिंग में शामिल हो सकेंगी. इस निविदा में अडानी, दिलीप बिल्डकॉन सहित 22 कंपनियों ने रुचि दिखाई है.

इस डेम के निर्माण की राशि पांच हजार करोड़ रुपए रखी गई है. परियोजना की कुल लागत 44 हजार 605 करोड़ रुपए है. माना जा रहा है कि सरकार जुलाई तक बांध के निर्माण का भी काम शुरू करने पर फैसला ले सकती है. निर्माण के लिए 6 वर्ष का समय लगेगा. अधिकारियों ने बताया कि बांध निर्माण के टेक्निकल टेंडर की फाइल मंत्रालय में भेज दी गई है. आचार संहिता के बाद इसकी औपचारिकताएं पूरी होंगी. बांध के निर्माण का काम जुलाई-अगस्त से काम शुरू होगा.

बांध की प्रोग्रेस रिपोर्ट

केन बेतवा के संबंध में मप्र- उप्र के बीच अनुबंध वर्ष 2005 में हुआ था. डीपीआर और तमाम औपचारिकताएं पूरा करने के बाद दोनों राज्यों के बीच में वर्ष 2021 में समझौता हुआ। ऊंचाई 15 मीटर से ज्यादा होगी. पर्यावरण स्वीकृति, भूमि अधिग्रहण और प्रभावित गांवों के सर्वे सहित अन्य कार्यों के कराने के बाद परियोजना को शुरु किया जाएगा.

इतनी लागत से तैयार होगा डैम

05 हजार करोड डेम की लागत
44 हजार 605 करोड़ परियोजना की लागत
06 साल निर्माण में लगेंगे
15 मीटर से ज्यादा होगी ऊंचाई

ये भी पढ़ें: एमपी बोर्ड 12वीं में 75% नंबर लाने वाले मेधावी छात्रों के लिए जरूरी खबर, लैपटॉप के 25 हजार के लिए करना होगा नए बजट का इंतजार

कहां-कहां होगा बजट का इंतजाम

इस परियोजना में मप्र-उप्र सरकार को कुल लागत का 5-5 प्रतिशत देना होगा. इसके लिए अलग से प्रावधान किया गया है. वहीं 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देगी. इस परियोजना का काम तेज हो गया है. वहीं गांवों के विस्थापन के संबंध में सभी अवॉर्ड पारित हो गए हैं.वन विभाग को तीन सेंचुरी, 35 सौ करोड़ नेट प्रजेंट वैल्यू के लिए भी दी गई है.

किसानों को मिलेगा भरपूर पानी

केन बेसिन में 4.47 लाख हेक्टेयर मप्र का और 2.27 लाख हेक्टेयर उप्र का बैतवा बेसिन से मप्र के 2 लाख 6 हजार कृषि योग्य सिंचित क्षेत्र लाभान्वित होगा. हेक्टेयर क्षेत्र को लाभ मिलेगा. परियोजना से उत्पन्न होने वाली बिजली
का पूरा उपयोग प्रदेश करेगा. एमओयू द्वारा उत्तरप्रदेश को केन कछार से 1700 मिलियन घन मीटर पानी आवंटित किया गया है.

Exit mobile version