Vistaar NEWS

MP: अनूपपुर में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 45 लाख की ठगी, 8 साल तक एक ही व्यक्ति से करते रहे फ्रॉड

The police have arrested the mastermind of the cyber fraud gang from Vidisha.

साइबर ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को पुलिस ने विदिशा से गिरफ्तार किया है.

Input: राज नारायण द्विवेदी

Anuppur Digital Arrest: मध्य प्रदेश के अनूपपुर में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 45 लाख की ठगी का मामला सामने आया है. इसमें बड़ी बात ये है कि आरोपी एक ही व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराकर 8 सालों तक ठगी करते रहे. पुलिस ने मामले में खुलासा करते हुए गिरोह के मुख्य आरोपी सौरभ शर्मा(32) को विदिशा से गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 4 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.

विस्तार से जानिए क्या है पूरा मामला

थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि कोतामा निवासी एक व्यापारी आशीष ताम्रकार (53) को ठगों ने निशाना बनाया था. साल 2017 में आरोपियों को आशीष के शेयर बाजार में 23 लाख रुपये इन्वेस्ट करने की जानकारी मिली थी. इसके बाद आरोपी खुद को कभी सीबीआई अफसर, कभी जज, कभी हाईकोर्ट के वकील और पुलिस अधिकारी बनकर व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर डराते रहे. इस तरह ठगों ने व्यापारी से 8 सालों में 45 लाख की ठगी कर ली.

पुलिस का सायरन बजाकर डराते थे

आरोपी अलग-अलग मोबाइल नंबरों से कॉल कर फर्जी वीडियो कॉलिंग, पुलिस सायरन और गिरफ्तारी के फर्जी आदेशों का डर दिखाते थे. व्यापारी डर के कारण लगातार पैसे अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करता रहा. गिरफ्तार किए गए आरोपी सौरभ शर्मा के पास से लैपटॉप, मोबाइल और कई बैंक दस्तावेज जब्त किए गए हैं.

गिरोह के सरगना की हो चुकी है हत्या

डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का मुख्य सरगना महेंद्र शर्मा था. महेंद्र शर्मा की साल 2022 में हत्या हो चुकी है. महेंद्र पर 30 से अधिक संगीन अपराध दर्ज थे. जिनमें हत्या, लूट, ठगी और जानलेवा हमला जैसे मामले शामिल हैं. वहीं एक और साथी रवि डोहरिया की दो माह पूर्व सड़क हादसे में मौत हो चुकी है.

भोपाल में कई फर्जी कंपनियां चला रहे थे

आरोपी भोपाल में RB ट्रेडर्स, तिरुपति फिनटेक जैसी नाम से फर्जी कंपनियां चला रहे थे. इन कंपनियों के जरिए साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट का जाल फैलाया गया. जब भोपाल में लोगों को शक हुआ, तो गिरोह विदिशा जाकर नए नाम से कंपनी खोलकर फिर सक्रिय हो गया. पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य आरोपियों लकी कुमावत, चित्रांश ठाकुर समेत अन्य की तलाश में जुटी हुई है.

ये भी पढ़ें: MP की पहली सुपर फास्ट तेजस ट्रेन, 23 जुलाई से इंदौर और मुंबई के बीच चलेगी, हफ्ते में 3 दिन होगा संचालन

Exit mobile version