Bhopal Vallabh Bhawan Fire Incident: वल्लभ भवन में आग कैसे लगी, कितना नुकसान हुआ समेत कई सवालों के जवाब को लेकर बनाई गई उच्चस्तरीय जांच समिति ने रविवार से जांच शुरू कर दी है. जांच समिति के अध्यक्ष एसीएस मो सुलेमान की मौजूद में वल्लभ भवन के कर्मचारियों से पूछताछ कर उनके बयान लिए. मंत्रालय में एसीएस के केबिन में समिति ने उन पांच कर्मचारियों को भी बुलाया, जिन्होंने आग बुझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
कर्मचारियों ने जांच समिति को दिए बयान
कर्मचारी अनिल मंडलोई, अमित शर्मा, गुमान सिंह, अर्जुन और शैलेंद्र ने समिति को बताया कि जब वह दफ्तर पहुंचे तो 5वीं मंजिल पर स्थित मंत्रियों के केबिन से आग की लपटे उठने के साथ बहुत धुआं उठ रहा था. हम हिम्मत करके पांच मंजिल पर पहुंचे और वहां के दरवाजे-खिड़की को तोड़ा. इसके बाद भी फायर बिग्रेड का पानी आग बुझाने के लिए अंदर आ पाया. उन्होंने कहा कि अगर खिड़की के कांच और दरवाजे नहीं तोड़ते तो आग नहीं बुझ पाती.
किसी को नहीं थी आग लगने की जानकारी
वहीं मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि सामान्य प्रशासन विभाग में कर्मचारियों को बुलाया था. उन्होंने ही सूचना दी कि मंत्रालय में आग लगी है इसके बाद मंत्रालय से फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई. कर्मचारियों ने इस बात से पुष्टि कर दी है कि मंत्रालय में पहले ही आग लगी थी. जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी.
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तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगी समिति
समिति आग लगने के कारणों व नुकसान पर प्रारंभिक रिपोर्ट तीन दिन में और विस्तृत जांच रिपोर्ट 15 दिन में सरकार को सौंपेंगी. समिति आग कैसे लगी, कितना और क्या नुकसान हुआ, इसका जिम्मेदार कौन?, आग लगने से मंत्रालय भवन को कैसी क्षति हुई? और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो, इसके लिए क्या करने की जरूरत है? जैसी कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.