Sadhvi Pragya: मालेगांव ब्लास्ट केस के फैसले के बाद भोपाल से पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ऑटोबायोग्राफी लिखने वाली हैं. मीडिया से बात करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि किताब में खुलासा होगा कि कैसे ‘भगवा आतंकवाद’ की झूठी स्क्रिप्ट लिखी गई, जब लोग पढ़ेंगे तो दंग रह जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि अदालत का फैसला कांग्रेस की कमजोर स्क्रिप्ट और झूठी थ्योरी के मुंह पर तमाचा है. भगवा आतंकवाद कहने वालों का मुंह अब काला हो गया है.
‘ATS ने मुझे प्रताड़ित किया’
पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में उस समय की कांग्रेस सरकार और केंद्र की UPA सरकार ने मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए ‘भगवा आतंकवाद’ की थ्योरी दी थी. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मालेगांव ब्लास्ट केस मामले में जुर्म कबूलने के लिए ATS ने मुझे प्रताड़ित किया गया.
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— Vistaar News (@VistaarNews) August 4, 2025
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, राम माधव और इंद्रेश कुमार का नाम जबरन लेने के लिए दबाव बनाया गया. ATS ने देश भर में ऐसा माहौल बनाया गया कि समर्थन में किसी ने बोलने की हिम्मत नहीं की.
साध्वी प्रज्ञा समेत सातों आरोपी बरी
मालेगांव ब्लास्ट केस का फैसला 17 साल बाद NIA की स्पेशल कोर्ट ने 31 जुलाई को सुनाया. इस मामले में साध्वी प्रज्ञा, कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सातों आरोपियों को बरी कर दिया गया था.
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17 साल पहले हुआ था धमाका
साल 2008, तारीख 29 सितंबर को महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में बम ब्लास्ट हो गया. इस विस्फोट ने 6 लोगों की जिंदगी छीन ली. वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यह विस्फोट मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान में हुआ था, जिससे मामला और संवेदनशील हो गया. शुरुआत में जांच महाराष्ट्र ATS ने की थी, जिसने हिंदू चरमपंथी संगठनों पर शक जताया. बाद में मामला NIA को सौंपा गया.
