Archana Tiwari Case Time Line: मध्य प्रदेश की अर्चना तिवारी 13 दिन से लापता थी. वो रक्षाबंधन मनाने इंदौर से कटनी के लिए ट्रेन से निकली थी लेकिन, अचानक रास्ते में गायब हो गई. अब काफ़ी तफ्तीश के बाद लापता अर्चना के बारे में जीआरपी पुलिस को कामयाबी मिली है और उसे नेपाल बॉर्डर के पास लखीमपुर खीरी से बरामद किया गया है. फिलहाल, अर्चना को भोपाल में लाया जा चुका है और प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर पुलिस पूरे मामले का खुलासा करेगी. आइए, समझते हैं कि अर्चना के लापता होने के मामले में क्या-क्या और कब-कब हुआ…
पूरी टाइम लाइन समझिए –
- 7 अगस्त 2025: इंदौर में सिविल जज परीक्षा की तैयारी कर रही 22 साल की अर्चना तिवारी रक्षाबंधन के लिए अपने घर कटनी जाने के लिए इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुई.
- 7-8 अगस्त की रात: भोपाल रेलवे स्टेशन के पास से अर्चना रहस्यमय तरीके से लापता हो गई. आखिरी बार उन्हें भोपाल स्टेशन के आसपास देखा गया था.
- लापता होने के बाद: ट्रेन जब कटनी पहुंची तो उनका बैग उनकी सीट पर मिला, लेकिन अर्चना नहीं थीं. उनके परिवार ने जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई.
- पुलिस की जांच: पुलिस ने उनकी तलाश के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें नर्मदा नदी के किनारे और जंगलों में भी खोज की गई. सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और पता चला कि उनका ट्रेन टिकट ग्वालियर के एक कांस्टेबल ने बुक किया था.
- 19 अगस्त 2025: 12 दिन बाद, अर्चना ने अपनी माँ को फोन करके बताया कि वह सुरक्षित हैं. पुलिस ने कॉल की लोकेशन को ट्रैक किया और उनकी तलाश शुरू की.
- 19-20 अगस्त 2025: पुलिस ने अर्चना को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में नेपाल सीमा के पास से बरामद किया. पुलिस उन्हें भोपाल वापस लेकर आ रही है ताकि आगे की पूछताछ की जा सके और उनके लापता होने के पीछे की वजहों का पता लगाया जा सके.
अर्चना ही मास्टरमाइंड
अर्चना तिवारी का युवक के साथ रहा लव अफेयर एंगल भी सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक, अफेयर के चलते अर्चना तिवारी इंदौर से गायब हुई थी. गायब होने से पहले उसने दूसरा फोन खरीदा और नए मोबाइल नंबर से शुजालपुर के रहने वाले सारांश से संपर्क किया. पुलिस ने सीडीआर से सारांश का इनपुट निकला था. जिसके बाद शुजालपुर जाकर सारांश के जरिए पुलिस अर्चना तिवारी तक पहुंची. पुलिस को शुजालपुर से ही सबसे बड़ा ब्रेकथ्रू मिला था. सुजालपुर के रहने वाले सारांश ने अर्चना को नेपाल जाने की सलाह दी थी. सारांश के कहने पर अर्चना कई दिनों तक नेपाल में रह रही थी.
