MP News: गोल्ड-कैश कांड में लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Police) ने मंगलवार को सौरभ शर्मा (Saurabh Sharma) गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद लोकायुक्त ऑफिस में उससे पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया. इस पूरे मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि एजेंसियां जांच के लिए हैं या सभी जांच एजेंसियां सौरभ शर्मा को बचाने में लगी है?
‘सौरभ शर्मा के राज से किन किन पर गिरेगी गाज ?’
सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर अरुण यादव ने पोस्ट करते हुए जांच एजेंसियों पर सवालिया निशान लगाया है. उन्होंने लिखा कि सौरभ शर्मा के राज से किन किन पर गिरेगी गाज ? इसके आगे उन्होंने लिखा कि जब सौरभ शर्मा के मामले में लुक आउट नोटिस जारी था तो फिर जांच एजेंसियों को उसके देश एवं प्रदेश में आने का क्यों पता नहीं लगा ? एजेंसियां जांच के लिए है या सभी जांच एजेंसियां सौरभ शर्मा को बचाने में लगी है ?
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‘सौरभ से की गई पूछताछ सार्वजनिक की जाएगी?’
अरुण यादव ने पोस्ट में लिखा कि सौरभ शर्मा 24 घण्टे तक भोपाल में कहाँ रुका, जांच एजेंसियां पूरी रात क्यों सोई रहीं ? क्या यह भी सच है कि इन 24 घंटों में उसे संरक्षण दिलाने की सारी व्यवस्थाएं मौजूदा मंत्रिमंडल के किसी सदस्य ने की थी? क्या सौरभ शर्मा से होने वाली पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक होगी?
40 दिनों से फरार था सौरभ शर्मा
मंगलवार सुबह सौरभ शर्मा कोर्ट में सरेंडर करने के लिए पहुंचा था. जहां लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. सौरभ के दोस्त चेतन शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं एक और दोस्त शरद जायसवाल ने कोर्ट में सरेंडर के लिए याचिका लगाई है.
