MP News: भोपाल में 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के मौके पर आयोजित आयुष जनस्वास्थ्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आयुर्वेद की महत्ता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कोविड काल में जब जीवन की आशा धुंधली पड़ गई थी, तब लोगों को काढ़े ने बहुत सहारा दिया था. उन्होंने कहा कि किसी भी बीमारी के इलाज के लिए उसका पौधा हमारे आसपास ही मौजूद होता है बस हमें उसे देखने की जरूरत होती है.
सीएम ने कहा कि रामायण काल से ही आयुर्वेद का महत्व हम सभी जानते हैं. उन्होंने आगे कहा कि मेरा खुद का भरोसा आयुर्वेद पर है और आज मैं 60 वर्ष की उम्र पूरी कर चुका हूं, लेकिन ना मुझे चश्मा लगाना पड़ता है और ना ही मुझे कोई बीपी, शुगर जैसी बीमारी है. यह सब आयुर्वेद की ही देन है.
आयुर्वेद से ही आया है आयुष्मान भव – सीएम मोहन यादव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि आशीर्वाद के समय बोला जाने वाला ‘आयुष्मान भव’ भी आयुर्वेद से ही पूरा होता है. यहां तक कि धनतेरस का पर्व भी आयुर्वेद से जुड़ा हुआ है. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि 23 सितंबर को हर वर्ष आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है और यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन, दिन और रात बराबर रहते हैं.
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आयुष जन स्वास्थ्य कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय आयुष मिशन अंतर्गत “आयुष जन स्वास्थ्य कार्यक्रम” का शुभारंभ किया है. यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी जिलों की 55 इकाइयों में विस्तारित होगा. इसके साथ ही सीएम ने औषधीय पौधों की खेती के लिए टोल फ्री नंबर – 155258 का भी शुभारंभ किया. सीएम यादव की मौजूदगी में आयुष विभाग और पर्यटन विभाग के बीच एमओयू भी साइन हुआ. इससे आयुष वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा.
