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‘भगवा आतंकवाद जैसा कुछ नहीं…’, बाबा बागेश्वर बोले- रसखान के दोहे गाते हैं, कलाम को भी सैल्यूट करते हैं

baba bageshwar

बागेश्वर बाबा (फाइल तस्वीर)

Baba Bageshwar: हिंदुत्व और भगवा आतंकवाद को लेकर बाबा बागेश्वर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि हम रसखान के दोहे गाते हैं और अब्दुल कलाम को सैल्यूट भी करते हैं. एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. बच्चों की शिक्षा, हिंदुत्व से लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तक हर विषय पर बात की.

‘जो हिंदू होगा वो आतंकवादी हो ही नहीं सकता’

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक न्यूज़ को साक्षात्कार दिया. इस इंटरव्यू में उन्होंने हिंदुत्व आतंकवादी के सवाल पर कहा कि जो वास्तविक हिंदुत्ववादी होता है, वह हिंदुत्व की परंपरा को पढ़ेगा, जानेगा और उसे जीवन में उतारेगा लेकिन कभी हिंसा नहीं करेगा. हिंदुत्व का अर्थ अहिंसा और सबको गले लगाना है.

उन्होंने आगे कहा कि हम रसखान के दोहे भी गाते हैं और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को भी सैल्यूट करते हैं. इससे यह पता चलता है कि हम मुसलमानों के विरोधी नहीं हैं. हम उस विचार के विरोधी हैं जो मानवता के खिलाफ है, भारत के खिलाफ है, गीता के खिलाफ है, तिरंगा के खिलाफ है, जो रामायण के खिलाफ है, जो वेद के खिलाफ है और वेदों की परंपरा के खिलाफ है. जो हिंदू होगा वो आतंकवादी हो ही नहीं सकता.

‘भगवा आतंकवाद जैसा कुछ नहीं होता’

बाबा बागेश्वर ने मालेगांव ब्लास्ट केस पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि ये बहुत पुरानी घटना है, उस समय हम बहुत छोटे थे. बाद में इस बारे में हमने न्यूज आर्टिकल्स पढ़े, न्यूज खोजी और देखा तो समझ आया कि भगवा आतंकवाद के नाम से ट्रेंड चलाया गया है. उसे एक ब्रांड बना दिया गया है. लोगों ने भगवा आतंकवाद के विरोध में अपने तर्क भी रखे और कहा कि भगवा आतंकवाद नहीं होता है.

उन्होंने आगे कहा कि भगवान की कृपा से ये सिद्ध हो गया है कि भगवा आतंकवाद नहीं होता है. आजकल अदालतों में निराकरण तो हो रहा है, न्याय की थोड़ा कमी है. बहुत अच्छा निराकरण हुआ कि भगवा आतंकवाद नहीं है.

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‘भारत को आत्मनिर्भर बनना चाहिए’

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत पर टैरिफ के सवाल पर उन्होंने कहा कि वो आदमी हमें समझ नहीं आया. सुबह कुछ बोलता है और शाम को कुछ. टैरिफ पर कहा कि अमेरिका की ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत छोटी हरकत है. हम तो चाहते हैं कि भारत को सीख लेते हुए, आत्मनिर्भर बनना चाहिए.

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