Balaghat News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कड़े शब्दों में कहा है कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा. सुरक्षाबलों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अभियान तेज कर दिया है. इससे परेशान होकर नक्सली छत्तीसगढ़ की सीमा से जुड़े राज्यों में भाग रहे हैं. इसके साथ ही उनकी कायराना हरकतें सामने आ रही हैं. मध्य प्रदेश के बालाघाट में नक्सलियों ने बुधवार को एक युवक का अपहरण मुखबिरी के शक में कर लिया. पुलिस और स्पेशल हॉकफोर्स की संयुक्त फोर्स ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है.
चौरिया जंगल से किया किडनैप
नक्सलियों ने देवेंद्र यादव नामक युवक को लांजी पुलिस थाना क्षेत्र के चौरिया जंगल क्षेत्र से अपहरण कर लिया. नक्सलियों ने देवेंद्र को मुखबिरी के शक में किडनैप कर लिया है. पर्चे फेंककर नक्सलियों ने इस पूरे मामले की जानकारी दी है. इसकी जिम्मेदारी भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी माओवादी ने ली है. अपहरित युवक की तलाशी की जा रही है.
पर्चे में नक्सलियों ने क्या लिखा?
नक्सलियों ने पर्चे फेंककर इस पूरे मामले की जानकारी दी. इस पर्चे में उन्होंने लिखा कि यह आदमी देवेंद्र उर्फ धदू पुलिस मुखबिर था. माओवादी पार्टी का समाचार 3 से 4 बार पुलिस को दे चुका था. इसको पुलिस ने ही जंगल में दहान के नाम से बैठाया था. पीतकोना पुलिस चौकी को दूध और दही पहुंचाता था. यह सभी जांच करने के बाद उसे मौत की सजा दी गई थी.
पर्चे में आगे लिखा कि बाकी और किसी को भी पुलिस मुखबिर बनकर जनविरोधी काम नहीं करना चाहिए. इनके जैसे मुखबिर बने हर ग्रामवासी अपने-अपने गांव में सुधारें.
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‘पुलिस गांववालों को आपस में लड़ा रही’
वहीं नक्सलियों ने दूसरे पर्चे में लिखा कि पुलिस हमारे ही गरीब लोगों से एक-दूसरे को लड़वाकर मरवाने का काम करते हैं. पुलिस साम्राज्यवादियों और सामंतवादियों की रक्षा करती है. गरीबों को लूटती है, विस्थापित करती है और विनाश करती है. इसलिए पुलिस से दूर रहिए. ये पर्चा भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के मलाजखंड एरिया कमेटी ने फेंका है.
फिलहाल नक्सलियों द्वारा अपहरित किए गए युवक की जानकारी नहीं है. पर्चे में लिखा कि है कि युवक को मौत की सजा दी गई लेकिन ये जानकारी नहीं है कि युवक जीवित है या नहीं . पुलिस लगातार तलाशी अभियान चला रही है.
