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‘पशुओं का खून बहाना…उचित नहीं’, बकरीद से पहले IAS नियाज खान ने कहा – पेड़-पौधे, जीव सबकी रक्षा होनी चाहिए

Before Bakrid, IAS Niaz Khan said that shedding the blood of animals is not right

नियाज खान, IAS अधिकारी (क्रेडिट- सोशल मीडिया)

Niyaz Khan: IAS नियाज खान (Niyaz Khan) अपने बयानों को लेकर अक्सर का विषय बने रहते हैं. सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय खुलकर कहते हैं. बकरीद से दो दिन पहले और विश्व पर्यावरण दिवस के दिन उन्होंने राय देते हुए कहा कि पशुओं का खून बहाना उचित नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए, कुर्बानी ना देने और पेड़-पौधे एवं जीव की रक्षा करने के लिए कहा.

IAS नियाज खान ने किए दो ट्वीट

IAS नियाज खान ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर दो पोस्ट किए. पहले पोस्ट में उन्होंने लिखा कि पशुओं का खून बहाना कहीं से कहीं तक उचित नहीं है. दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह धरती केवल मनुष्यों के ही लिए नहीं है. पेड़-पौधे, जीव-जंतु इन सबका भी अधिकार है. इन सबकी भी रक्षा होनी चाहिए.

किताब की वजह चर्चा में रहे

IAS नियाज खान ने ‘ब्राह्मण द ग्रेट’ और ‘ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2’ लिखी है. ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2 में सनातन धर्म और ब्राह्मणों की सर्वोच्च सत्ता की बात कही गई है . IAS नियाज ने इस किताब में लिखा है कि बॉलीवुड सनातन का दुश्मन है. इसे बंद कर ब्राह्मणों से कलाकारों का शुद्धिकरण कराया जाना चाहिए. प्रेम-मोहब्बत को अपराध घोषित किया जाएगा, क्योंकि समाज में दुराचार फैलता है.

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मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं

नियाज खान मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. वे मध्य प्रदेश राज्य सेवा (MPPSC) के प्रशासनिक अधिकारी थे. साल 2015 में प्रमोट होकर IAS बने. वह अब तक 10 उपन्यास लिख चुके हैं. उनका 10वां उपन्यास ब्राह्मण द ग्रेट पार्ट-2 था. उनके एक उपन्प्यास पर वेब सीरीज भी बन चुकी है. नियाज खान अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. वर्तमान में वे मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग में तैनात हैं.

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