Bhopal News: आने वाले वर्षों में ओलिंपिक 2036 और कॉमनवेल्थ 2030 खेलों का आयोजन होना है. जिसके लिए भारत सरकार मेजबानी के लिए पूरी ताकत लगा रही है. ऐसे में भोपाल को कई खेलों के लिए मेजबानी करने का अवसर मिल सकता है. अगर भोपाल ओलिंपिक और कॉमनवेल्थ जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी करता है तो खेल जगत में भविष्य में और आगे बढ़ सकता है.
भोपाल मेजबानी के लिए है तैयार
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो प्रमुख झीलें हैं. जो देश में वाटर स्पोर्ट्स के सबसे शक्रिय केंद्रों में शामिल है. ओलिंपिक 2036 और कॉमनवेल्थ 2030 की मेजवानी के लिए भोपाल का सबसे बड़ा दावा वाटर स्पोर्ट्स पर है. जानकारी के अनुसार कयाकिंग और केनोइंग के लिए छोटी झील को तैयार किया गया है, जबकि बड़ी झील पर सेलिंग और रोइंग जैसे इवेंट्स आसानी से आयोजित किये जा सकते हैं. पहले भी भोपाल में शहर एशियन कयाकिंग केनोइंग चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिताओं की मेजवानी कर चुका है. इसके अलावा भोपाल में कयाकिंग केनोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का नेशनल फीडर सेंटर भी है, जो नए खिलाडियों को ट्ट्रेनिंग देता है.
भोपाल शूटिंग अकादमी देश का प्रमुख केंद्र
भोपाल में बरखेड़ा नाथू मल्टी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास स्थित शूटिंग अकादमी भारत की सबसे अच्छी शूटिंग सुबिधाओं में से एक मानी जाती है. यहां राइफल, शॉटगन, और पिस्टल की अंतरास्ट्रीय स्तर की रेंज उपलब्ध हैं. यह अकादमी ओलंपिक और अन्य अनतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एक प्रमुख केंद्र बन सकता है.
प्रतियोगिताओं की मेजबानी मिलने की पूरी संभावना
पूर्व साई डायरेक्टर राजिंदर सिंह के अनुसार, यदि अहमदाबाद ओलंपिक की मेजबानी जीतता है, तो भोपाल को वाटर स्पोर्ट्स जैसी प्रतियोगिताओं की मेजबानी मिलने की पूरी संभावना है. ओलंपिक और कॉमनवेल्थ जैसे आयोजनों के मल्टी सिटी वेन्यू के ट्रेंड को देखते हुए, भोपाल को बड़ी भूमिका मिल सकती हे.
मेजबानी मिलने पर होगी विकास
यदि भोपाल को ओलंपिक और कामनवेल्थ आयोजनों की मेजबानी मिलती है, तो शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होने की संभावना है. एयरपोर्ट का विस्तार मेट्रो और सड़क का विकास हो सकता है. इसके अलावा होटल इंडस्ट्री में बड़े ब्रांड्स का प्रवेश सुनिश्चित होने की संभावना है.
