Bhopal News: 16 दिसंबर 2024 से मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ. इस सत्र के शुरू होने से पहले ही MP कांग्रेस ने खाद, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर विधानसभा घेराव की प्लानिंग की थी. सोमवार को प्रदेश भर से बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए एकजुट हुए. प्रदर्शन शुरू हुआ, कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कूच शुरू की लेकिन कुछ दूर जाने के बाद MP PCC चीफ जीतू पटवारी ने जेल जाने का ऐलान करते हुए घेराव खत्म कर दिया.
सड़कों पर उतरी कांग्रेस
भोपाल में कांग्रेस ने सोमवार को सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने के लिए रवाना हुए थे. खाद की किल्लत, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महिला सम्मान समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने हुंकार भरी. MP PCC चीफ जीतू पटवारी, पूर्व CM कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, उप नेता प्रतिपक्ष हमेंत कटारे, पूर्व नेता अजय सिंह राहुल, राष्ट्रीय कांग्रेस महिला अध्यक्ष अलका लांबा, विधायक महेश परमार, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व मंत्री अरुण यादव, युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मितेंद्र सिंह समेत बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल हुए.
50 हजार नेता-कार्यकर्ता हुए एकजुट
इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए करीब 50,000 कार्यकर्ता राज्य भर से एकजुट हुए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा के इंतजाम भी किए थे. सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा घेराव के लिए रवाना हुए. इसके बाद 100 मीटर की दूरी पर ही शिवाजी चौराहे पर सबको रोक लिया गया. पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कई कांग्रेस नेता पैदल ही आगे बढ़ने लगे, जबकि कई नेता अपने-अपने वाहनों से रवाना हुए. इस दौरान विधायकों और नेताओं ने हाथों में खाद की खाली बोरियां ली. साथ ही ‘जय जवान जय किसान’ और ‘किसानों के सम्मान में, महिलाओं के सम्मान में, कांग्रेस मैदान में’ के जमकर नारे भी लगाए.
खत्म हुआ कांग्रेस का प्रदर्शन, जीतू पटवारी ने किया जेल जाने का ऐलान
इस बीच MP PCC चीफ जीतू पटवारी ने कांग्रेस के विधानसभा घेराव प्रदर्शन को खत्म करने का ऐलान किया. उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए जेल जाने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा- ‘धारा 144 लागू है. हम सब जेल जाएंगे.’ वहीं, कांग्रेस नेता नीटू सिकरवार ने कहा- ‘पुलिस ने हमसे कहा कि यहां धारा 144 लागू और ये स्थान ही जेल है, आप सब गिरफ्तार हैं इसलिए हमने घेराव नहीं किया.’ इस बीच जीतू पटवारी ने जेल जाने के नारे लगाए. बाद में तमाम कांग्रेस नेता बिना घेराव किए ही वापस लौट गए.
BJP ने कसा तंज
कांग्रेस के इस प्रदर्शन को लेकर BJP ने तंज कसा है. BJP प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘कांग्रेस का फ्लॉप प्रदर्शन. दिग्विजय सिंह जी नदारद. कमलनाथ जी मुंह दिखाई की रस्म अदा कर रवाना. कमलनाथ जी मात्र पांच मिनट की उपस्थिति में ही , सिंघार और पटवारी में अपनी प्राथमिकता बता गए.’
उन्होंने आगे लिखा- ‘खबर अंदरखाने से – कांग्रेस का महाफ्लॉप प्रदर्शन. जीतू पटवारी ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जमकर बेवकूफ बनाया. प्रदेश भर से कार्यकर्ताओं को विधानसभा घेराव के नाम पर , प्रदर्शन के नाम पर आज भोपाल बुलाया. चार घंटे भाषण परोसे, भाषण खत्म होते ही , कार्यक्रम मंच से ही समाप्ति की घोषणा कर , मंच के पीछे से ही सारे बड़े नेता भाग खड़े हुए. कार्यकर्ता नेताओं को ढूंढ रहे हैं , जीतू पटवारी के खिलाफ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में ही जमकर आक्रोश. भीड़ कम देख और पुलिस को देखकर पटवारी घबराए , घेराव – प्रदर्शन छोड़ कार्यक्रम स्थल से भागे. घेराव कार्यक्रम सुपर फ्लॉप साबित हुआ.’
कांग्रेस नेता सीहोर हुए रवाना
प्रदर्शन खत्म कर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता सीहोर जिले के आष्टा के लिए रवाना हो गए. प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह, महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा , प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल समेत तमाम नेता आष्टा में परमार परिवार से मुलाकात करेंगे. कुछ दिनों पहले बिजनेस मैन मनोज परमार ने अपनी पत्नी के साथ फांसी लगा ली थी. दोनों के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें ED और CBI की प्रताड़ना से परेशान होकर ऐसा कदम उठाने की बात सामने आई थी.
विधानसभा सत्र के पहले दिन गूंजा खाद का मुद्दा
मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही थोड़ी ही देर में स्थगित कर दी गई. सत्र का पहला दिन हंगामेदार भी रहा. आज तीन नए विधायकों में से दो अमरवाड़ा से कमलेश शाह और बुधनी से रमाकांत भार्गव ने विधायक के रूप में शपथ ली. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले दिवंगत पूर्व विधायकों और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को श्रद्धांजलि दी गई. प्रश्नकाल में केवल दो ही प्रश्न हो पाए. प्रश्नकाल खत्म होने के बाद विपक्ष ने खाद की कमी का मुद्दा उठाया. इसके बाद कांग्रेस ने हंगामा करते हुए वॉकआउट कर दिया. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखने के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.