Bhopal News: भोपाल के चूनाभट्टी इलाके में पुलिस ने इजहारुद्दीन नामक युवक को गिरफ्तार किया है, जो युवतियों के साथ छेड़छाड़ कर फरार हो जाता था. पुलिस ने जब उसे पकड़ा, तो उसके पास से महिलाओं के अंडरगारमेंट्स बरामद हुए. आरोपी अपने अपराधों को अंजाम देने के लिए काले कपड़े पहनकर, मास्क और चश्मा लगाकर आता था.
छिपा देता था गाड़ी की नंबर प्लेट
हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी के माता-पिता शिक्षक हैं, और उन्हें बेटे की इन करतूतों की कोई जानकारी नहीं थी. पुलिस का कहना है कि इजहारुद्दीन वारदात से पहले अपनी गाड़ी की नंबर प्लेट कागज से छिपा देता था. वह पिछले एक महीने से चूनाभट्टी थाना क्षेत्र में इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे रहा था.
कैसे गिरफ्त में आया इजहारुद्दीन?
सोमवार शाम करीब 4 बजे शहर की यशोदा विहार कॉलोनी में एक युवती टहल रही थी. तभी आरोपी गाड़ी से वहां पहुंचा और युवती के साथ अश्लील हरकत करने के बाद भागने की कोशिश करने लगा. युवती के चिल्लाने पर मौके पर मौजूद लोगों ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी.
जब पुलिस मौके पर पहुंची और तलाशी ली, तो आरोपी की जेब से महिलाओं के अंडरगारमेंट्स मिले. उसकी गाड़ी की डिक्की में भी बड़ी मात्रा में महिलाओं के वस्त्र बरामद हुए. पुलिस ने बताया कि इजहारुद्दीन डीआईजी बंगले इलाके का निवासी है, लेकिन चूनाभट्टी और कोलार क्षेत्र में जाकर ऐसी घटनाओं को अंजाम देता था.
माता-पिता की सरकारी नौकरी, भाई कर रहा MBBS
थाना प्रभारी भूपेंद्र कॉल सिंधु ने बताया कि आरोपी ने पिछले एक महीने में चूनाभट्टी थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में कई वारदात को अंजाम दिया है. हालांकि, पहले किसी भी पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी. सोमवार की घटना के बाद दो पीड़िताओं ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद आधा दर्जन से अधिक अन्य महिलाएं भी थाने पहुंचीं. पुलिस ने आरोपी पर दो FIR दर्ज की हैं और उसका पुराना रिकॉर्ड खंगाल रही है. आरोपी के माता-पिता सरकारी नौकरी में हैं और उसका भाई एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. वहीं, आरोपी खुद बीबीए का छात्र है.
ऐसे अपराधियों पर क्या है साइकोलॉजिस्ट का नजरिया?
साइकोलॉजिस्ट के मुताबिक इजहारुद्दीन के व्यवहार को ‘सेक्सुअल परवर्शन डिसऑर्डर’ कहा जाता है. इसमें व्यक्ति अपनी असंतुष्ट यौन इच्छाओं को पूरी करने के लिए आपराधिक कृत्य करता है. यह स्थिति बिना इलाज के गंभीर घटनाओं का कारण बन सकती है. ऐसे व्यक्ति को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श और इलाज की आवश्यकता होती है.