Bhopal News: सौरभ शर्मा केस (Saurabh Sharma Case) मामले में नया खुलासा हुआ है. अलग-अलग जांच एजेंसियों ने सौरभ के ठिकानों पर RTO मामले में छापेमारी की थी. इसके साथ भोपाल के मेंडोरी के जंगल से एक लावारिस कार मिली थी. इस कार में 54 किलो सोना मिला था. इस कार में एक डायरी भी मिली थी. डायरी में प्रदेश के सभी जिलों से वसूली जिक्र मिला था. इसी डायरी ने और राज उगले हैं. 81 महीनों में 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की वसूली की बात सामने आई है.
वसूली का आंकड़ा 800 करोड़ के पार पहुंचा
एजेंसियों को मिली डायरी में पांच महीनों का हिसाब-किताब लगभग 50 करोड़ रुपये मिला है. हर महीने लगभग 10 करोड़ रुपये की वसूली की जाती थी. सौरभ इस काम में लगभग 81 महीनों तक शामिल रहा. इन महीनों के वसूली का आंकड़ा 800 करोड़ रुपये से ज्यादा पहुंच जाता है.
ये भी पढ़ें:
महाकाल मंदिर विस्तार के लिए 257 मकान हटाए गए, इसमें एक मस्जिद भी शामिल, 32 करोड़ का मुआवजा दिया गया
डायरी में ‘TM’ और ‘TC’ जिक्र
इस डायरी में ‘TM’ और ‘TC’ का जिक्र मिलता है. ऐसा कहा जा रहा है कि ‘TM’ का मतलब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और ‘TC’ का अर्थ ट्रांसपोर्ट कमिश्नर है. इन नामों को लेकर अभी केवल अनुमान लगाया जा रहा है. बेगारी और जेब से मिलाने वाली राशि जैसे नामों का जिक्र भी मिलता है.
51 जिलों के नाम मिले
प्रदेश के 51 जिलों के नाम लिखा हुए हैं. इन जिलों के सामने में मासिक राशि और महीने लिखे हुए हैं. इसके साथ ही जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने का जिक्र है. पन्ने में सबसे नीचे राशि का टोटल किया गया है. डायरी में 35 चेकपोस्ट का नाम मिलता है. इन्हीं चेकपोस्ट से पैसे की वसूली की जाती थी. सेंधवा प्लस उप इंदौर, नयागांव प्लस उप उज्जैन, मुरैना, सिकंदरा, चिरूला, मालथौन, खिलचीपुर, खवासा, शाहपुर फाटा, कैमाहा, हनुमना, चाकघाट, पिटोल, सोंयत, मुलताई, सौंसर, मोतीनाला, रजेगांव, मोरवा, पहाड़ीबंधा, फूफ, जमालपुरा, लेकी चौराहा, रामनगर तिराहा, ग्वालियर, रानीगंज तिगैला शामिल हैं.