Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है. सत्र के पहले दिन BJP के वरिष्ठ नेता और विधायक भूपेंद्र सिंह ने स्कूलों में बढ़ते अपराधों को लेकर अपनी ही सरकार को घेर लिया. विधायक भूपेंद्र सिंह के तीखे तेवर के कारण सदन में सन्नाटा पसर गया. उन्होंने इस मामले को प्राथमिकता से उठाने की मांग की. इसके बाद कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी शिक्षा विभाग पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया. इसके बचाव में डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला ने शिक्षा मंत्री का बचाव किया.
BJP विधायक भूपेंद्र सिंह के तीखे तेवर
BJP विधायक भूपेंद्र सिंह ने सदन में सागर के एक स्कूल में बच्चे के यौन शौषण का मुद्दा उठाया. साथ ही राज्य में संचालित निजी स्कूलों को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा- ‘सदन में मेरे सवाल को ही झूठा बताकर विधायकों का अपमान किया जा रहा है. मैं स्कूल शिक्षा मंत्री से क्षमा चाहूंगा लेकिन साथ ही ये निवेदन भी करना चाहूंगा कि मैं क्षेत्र का विधायक हूं. यदि अधिकारी यह लिख कर देते हैं कि जनता में कोई नाराजगी नहीं है तो फिर मंत्री मेरी बात की जगह अधिकारियों की बात क्यों मान रहे हैं. मंत्री जी के बयान से लगता है कि मैं झूठ बोल रहा हूं. मंत्री जी को सदन में जवाब देने से पहले फैक्ट को चेक कर लेना चाहिए. मैं विधायक हूं तो मेरा अपमान न किया जाए.’
उन्होंने आगे कहा- ‘जिस स्कूल को लेकर मैंने सवाल किया है वो इतना बड़ा नहीं है. उसे तो मैं एक घंटे में ठीक कर सकता हूं. लेकिन यही स्थिति पूरे प्रदेश में है. मेरी कोशिश इसी पर सरकार का ध्यान दिलाने की है ताकि पूरे प्रदेश को लेकर सरकार एक नीति बनाए.’
कांग्रेस ने भी घेरा
BJP विधायक भूपेंद्र सिंह के बाद कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने भी सरकार को घेरा. उन्होंने शिक्षा विभाग पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले एक साल में जिन स्कूलों में छात्राओं का यौन शोषण हुआ, उनके खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में विभाग ने गलत जानकारी दी है. राघौगढ़ से विधायक जयवर्धन सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह से इस मामले पर जवाब मांगा.
डिप्टी CM ने किया बचाव
इन सवालों पर प्रदेश के डिप्टी CM राजेंद्र शुक्ला ने शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह का बचाव किया. उन्होंने कहा- ‘यह कहना कि गलत जानकारी दी गई है, गलत होगा क्योंकि शिक्षा विभाग ने पूछे गए सवालों के आधार पर ही जवाब दिया है. अगर विभाग के जवाब में कुछ कमी है, तो वह अगले दिन आगे जवाब दे सकता है.’
विधानसभा सत्र के पहले दिन गूंजा खाद का मुद्दा
मध्य प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही थोड़ी ही देर में स्थगित कर दी गई. सत्र का पहला दिन हंगामेदार भी रहा. आज तीन नए विधायकों में से दो अमरवाड़ा से कमलेश शाह और बुधनी से रमाकांत भार्गव ने विधायक के रूप में शपथ ली. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले दिवंगत पूर्व विधायकों और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को श्रद्धांजलि दी गई. प्रश्नकाल में केवल दो ही प्रश्न हो पाए. प्रश्नकाल खत्म होने के बाद विपक्ष ने खाद की कमी का मुद्दा उठाया. इसके बाद कांग्रेस ने हंगामा करते हुए वॉकआउट कर दिया. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखने के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.