MP News: अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय चार मौसम प्रणालियों का असर है कि मध्य प्रदेश में भी मौसम का मिजाज बदलने लगा है. बादल छाने लगे हैं तो बूंदाबांदी भी जारी है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है. इस वजह से रविवार को भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, शहडोल, सागर संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है. मौसम का इस तरह का मिजाज तीन दिन तक बना रह सकता है. इस दौरान दिन के तापमान में गिरावट होगी.
मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है. उत्तराखंड में एक द्रोणिका बनी हुई है. दक्षिणी छत्तीसगढ़ से लेकर विदर्भ, कर्नाटक, तमिलनाडु और मराठवाड़ा होते हुए कोमरीन तक एक द्रोणिका बनी है. इन मौसम प्रणालियों के असर से वातावरण में नमी आने लगी है. इस वजह से रविवार से प्रदेश के अधिकतर शहरों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने का सिलसिला शुरू हो जाएगा.
प्रदेश के कई जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला
मध्य प्रदेश में रविवार को विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, सिंगरौली, सीधी, मऊगंज, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, बालाघाट एवं मैहर जिले में वर्षा होने के आसार हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक प्रति चक्रवात भी मौजूद है. इस वजह से रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला तीन दिन तक बना रह सकता है.