Archana Tiwari: 12 दिनों से लापता अर्चना तिवारी का सुराग मिला है. सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अर्चना ने घर पर फोन किया है और परिवार से बात की है. अर्चना ने भाई से बात की है. इसके साथ ही बताया जा रहा है कि अर्चना तिवारी सुरक्षित हैं और ग्वालियर में हैं. बताया जा रहा है कि परिजन अर्चना से मिलने के लिए रवाना हो गए हैं.
कॉन्स्टेबल ने बुक करवाई थी टिकट
जीआरपी ने ग्वालियर के भंवरपुरा पुलिस थाने में तैनात राम तोमर को हिरासत में लिया है. जीआरपी ने जवानों ने अर्चना तिवारी के लापता होने के मामले में आरक्षक से पूछताछ की. इस मामले में कॉन्स्टेबल ने बताया कि उसने अर्चना तिवारी के लिए इंदौर से ग्वालियर तक के लिए ट्रेन का टिकट बुक कराया था. हिरासत मेंं लिए आरक्षक से बारीकी से पूछताछ की जा रही है और जानने की कोशिश की जा रही है कि अर्चना से उसका क्या कनेक्शन है.
रक्षाबंधन के लिए कटनी रवाना हुई थी
अर्चना तिवारी इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी. वह 7 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए नर्मदा एक्सप्रेस के बी-3 कोच से कटनी के लिए रवाना हुई थी. लापता होने के समय उसने ऑरेंज कलर की ड्रेस पहनी थी. बताया जा रहा है कि अर्चना को आखिरी बार इसी ट्रेन में देखा गया था, इसके बाद से उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी. उसका सामान भी ट्रेन की सीट पर ही मिला था.
बुदनी के जंगलों में की तलाश
जबलपुर और भोपाल रेलवे पुलिस के करीब 250 जवानों ने बुदनी के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया था, लेकिन टीम को कोई सुराग नहीं मिला था. वही इंदौर से लेकर जबलपुर तक के रेलवे ट्रैक के पास बने पुल, जंगल और नदियों पर बड़ा सर्चिंग अभियान किया जा रहा था. रेलवे पुलिस, वन विभाग, लोकल पुलिस और इंटेलिजेंस मिलकर सर्चिंग में जुटे थे. इसके साथ ही नरसिंहपुर, कटनी और इटारसी की जीआरपी टीम भी सर्चिंग अभियान में जुटी हुई थीं.
सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए
लापता अर्चना तिवारी मामले में कटनी पुलिस ने जीआरपी को CDR सौंपा था. इससे कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा था. इसके बाद पुलिस ने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर एयरटेल से संपर्क किया था. वहीं अर्चना इंदौर के जिस सत्कार हॉस्टल में रह रही थी, उसके सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया था.
