MP News: आज सीएम डॉ मोहन यादव आज नरसिंहपुर के दौरे पर थे. मुख्यमंत्री यहां कबड्डी टूर्नामेंट के एक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश के 17 धार्मिक शहरों में पूरी तरह शराबबंदी होगी. इसे लेकर 24 जनवरी को खरगोन जिले के महेश्वर में होने वाली कैबिनेट मीटिंग में इसे लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा.
इन धार्मिक शहरों में होगी शराबबंदी
| शहर | कारण |
| उज्जैन | महाकालेश्वर मंदिर |
| अमरकंटक | नर्मदा उद्गम स्थल |
| महेश्वर | नर्मदा नदी तट, प्रसिद्ध, |
| ओरछा | रामराजा मंदिर |
| ओंकारेश्वर | नर्मदा तट, ज्योतिर्लिंग |
| मंडला | नर्मदाघाट |
| मुलताई | ताप्ती नदी का उद्गम |
| दतिया | पीतांबरा पीठ |
| जबलपुर | संस्कारधानी, नर्मदा घाट |
| चित्रकूट | कामतानाथ, रामघाट, हनुमान धारा |
| मैहर | देवी शारदा मंदिर |
| सलकनपुर | बीजासन मंदिर |
| मंडलेश्वर | नर्मदा घाट |
| मंदसौर | पशुपतिनाथ मंदिर |
| बरमान | नर्मदा घाट |
| पन्ना | जुगलकिशोर मंदिर |
| देवास | चामुंडा देवी मंदिर |
‘धार्मिक शहरों की शराब दुकानों पर लगाए जाएंगे ताले‘
सीएम ने शराबबंदी पर कहा कि कल (24 जनवरी) को एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने जा रहे हैं. समाज में नशाखोरी की आदत खासकर परिवार के परिवार बर्बाद हो जाते हैं. ये बहुत बड़ा कष्ट का विषय है. सामाजिक बुराई आती है. हमारे लिए हमने संकल्प लिया है कि हमारी सरकार 17 अलग-अलग धार्मिक नगरियों में शराबबंदी करने की घोषणा कर रहे हैं. कोई देसी नहीं, कोई विदेशी नहीं सभी शराब की दुकानों में ताले लगाए जाएंगे. उस संकल्प की पूर्ति करते हैं जिसके आधार पर हमने सरकार को चलाने के निर्णय लिए हैं.
‘जीवन को नरक बनाने का एक कारण शराब है’
विस्तार न्यूज़ के मंच पर सीएम मोहन यादव ने शराबबंदी के बारे में कहा कि हमने खुले में मांस बेचने से रोका. जीवन को नरक बनाने में मदिरा एक कारण है. हम चरणबद्ध तरीके से इसके लिए काम कर रहे हैं. सबसे पहले हम प्रदेश के सभी 17-18 शहरों में शराबबंदी करेंगे. बहनें मेहनत करती हैं, भाई दारू पीकर घर बर्बाद कर देता है. बच्चों को पीड़ा में देखकर बहुत कष्ट होता है.
पूरे प्रदेश में शराबबंदी को लेकर विस्तार न्यूज़ से उन्होंने कहा कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. चरणबद्ध तरीके से काम चल रहा है. भविष्य की बात नहीं करते हैं. लेकिन मेरा बस चले तो पूर्ण शराबबंदी कर दूं.
1 अप्रैल से लागू हो सकता है
मार्च के महीने में बजट सत्र आने वाला है. इसमें आबकारी नीति में संशोधन का प्रावधान पास करवाया जा सकता है. 1 अप्रैल से वित्तीय वर्ष शुरू होता है. सरकार इसी समय शराबबंदी के निर्णय को आखिरी रूप देकर लागू कर सकती है.
