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रतलाम की घटना के बाद एक्शन में सरकार, कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दिए निर्देश, प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप की होगी जांच

Cabinet Minister Govind Singh Rajput ordered inspection of all petrol pumps in the state

कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश के सभी पेट्रोल की जांच के आदेश दिए

MP News:(विवेक राणा) मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) 27 जून को रतलाम दौरे पर थे. सीएम के काफिले में शामिल 19 गाड़ियों में रतलाम के एक पेट्रोल पंप में डीजल भरवाया गया. गाड़ियां कुछ दूरी तक चली और बंद हो गईं. लोगों ने धक्का लगाकर गाड़ियों को फिर से पेट्रोल पंप तक पहुंचाया. गाड़ियों की जांच की गई तो पता चला की गाड़ी में भरे गए डीजल में पानी मिला हुआ है. अब इस मामले में सरकार ने एक्शन लिया है. खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश के सभी ऑयल कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि पेट्रोल पंप की जांच होगी.

पेट्रोल पंप में पानी के रिसाव की जांच होगी

कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में निर्देश दिए गए की मौसम को देखते हुए, प्रदेश के समस्त पेट्रोल पंप का निरीक्षण किया जाए. इसके साथ ही निरीक्षण में यह आवश्यक रूप से देखा जाएगा कि पेट्रोल पंपों के भूमिगत टैंकों में पानी का रिसाव तो नहीं हो रहा है. यदि ऐसा पाया जाता है तो पानी के रिसाव को रोकने संबंधी एवं उपभोक्ताओं को सही गुणवत्ता का डीजल और पेट्रोल प्रदाय करने की समस्त कार्रवाई करें.

बैठक में सख्त निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक पेट्रोल पंप की जांच की जाये, जिसमें प्रतिदिन सुबह किए जाने वाला निरीक्षण एवं समय-समय पर किए जाने वाले नियमित निरीक्षणों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज की जाए. इस संबंध में जरूरी साफ्टवेयर का निर्माण करने के निर्देश भी दिए गए है.

घटना का प्रभाव और तत्काल कार्रवाई

यह घटना तब सामने आई जब सीएम के काफिले में शामिल होने वाली गाड़ियां रतलाम में राइज कॉन्क्लेव 2025 के लिए तैयार की जा रही थीं. गाड़ियों के रुकने के बाद तुरंत जांच शुरू की गई, जिसमें पेट्रोल पंप पर डीजल की टंकी में पानी मिलने की बात सामने आई. स्थानीय पुलिस ने पेट्रोल पंप संचालक और कर्मचारियों से पूछताछ शुरू कर दी है और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं.

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सुरक्षा में पहले भी चूक

यह पहली बार नहीं है जब सीएम मोहन यादव की सुरक्षा में लापरवाही की खबर सामने आई है. इससे पहले 20 जून को भोपाल में वीआईपी रोड पर उनके काफिले में एक तेज रफ्तार कार घुस गई थी. उस घटना में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार चालक को हिरासत में लिया था. पुलिस ने मामला मोटर व्हीकल एक्ट व भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत दर्ज किया गया था.

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