MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की. उन्होंने केंद्रीय मंत्री को चार मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन का न्योता भी दिया. सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीपीपी मॉडल पर बनने वाले चार मेडिकल कॉलेज का भूमिपूजन होने वाला है. इसके लिए मैंने निमंत्रण दिया है, उन्होंने इसके लिए स्वीकृति दे दी है. दिसंबर को लास्ट वीक में समय दे रहे हैं. सौभाग्य की बात है कि मध्य प्रदेश तेज गति से अलग-अलग क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
मध्य प्रदेश के बैतूल, धार, कटनी और पन्ना में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के मॉडल पर मेडिकल कॉलेज तैयार किए जाएंगे. सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके सीएम ने लिखा कि आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से भेंट कर मार्गदर्शन प्राप्त किया. इस अवसर पर मध्य प्रदेश में पीपीपी मॉडल पर आधारित 4 नए मेडिकल कॉलेजों के भूमिपूजन समारोह में आगमन हेतु सादर आग्रह किया.
आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से भेंट कर मार्गदर्शन प्राप्त किया।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) December 3, 2025
इस अवसर पर मध्यप्रदेश में पीपीपी मॉडल पर आधारित 4 नए मेडिकल कॉलेजों के भूमिपूजन समारोह में आगमन हेतु सादर… pic.twitter.com/mcPEzDL4wK
लोक स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने वल्लभ भवन में लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की. इस मीटिंग में डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल समेत उच्च स्तरीय अधिकारी शामिल हुए. इसके मौके पर विभाग से संबंधित दो वर्षों की उपलब्धियां को सीएम के सामने रखा गया. इसके साथ ही अगले तीन सालों का विजन पेश किया गया और उन्हें पाने के लिए बिंदु भी बताए गए.
विभाग की दो सालों की उपलब्धियां
- शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 14 से 19 एवं निजी चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या 12 से 14 हुई.
- पीएमश्री एयर एम्बुलेंस सेवा का शुभारंभ। गंभीर रूप से पीड़ित कुल 109 लोग एयर लिफ्ट किए गए।
- तीन नवीन जिला चिकित्सालय मैहर, मऊगंज एवं पांढुर्णा में स्वीकृत.
- केंद्र सरकार के ESIC चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर में (50 सीट) का संचालन प्रारम्भ.
- देह दान करने वाले 38 मृतकों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
- चिकित्सा महाविद्यालयों में सीनियर रेज़िडेंट के 354 पदों का सृजन.
7. मेडिकल कॉलेज, भोपाल में 4 नए विभागों की स्थापना.
- 5 जिला चिकित्सालय का उन्नयन। कुल 800 बिस्तरों की वृद्धि तथा 810 नवीन पदों की स्वीकृति।
- सिकल सेल उन्मूलन में देश में मध्यप्रदेश प्रथम, जिसमें कुल 1,25,38,125 स्क्रीनिंग हुई और जेनेटिक काउंसलिंग एवं सिकल सेल कार्ड वितरण की संख्या 1,05,60,039 रही.
- जिला स्तर पर एकीकृत उपचार केन्द्रों की स्थापना एवं 2 सेंटर ऑफ कॉम्पीटेन्स भोपाल एवं इंदौर में एवं प्री नेटल जांच हेतु एक सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस चिकित्सा महाविद्यालय रीवा में स्थापित.
