Indore Love Jihad Case: लव जिहाद के आरोपी कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी ने कुछ दिन पहले ही सरेंडर किया था. इसके बाद से वह पुलिस रिमांड में है. पुलिस अब कादरी की फरारी के दौरान उसकी मदद करने वालों की तलाश कर रही है. जानकारी के मुताबिक, कादरी ने फरारी के दौरान नागपुर से एक मोबाइल फोन खरीदा था. पूछताछ में उसने खुद इस बात का खुलासा किया. पुलिस मामले की जांच के लिए उसे नागपुर लेकर गई है.
मामले में एडिशनल DCP राजेश डांडोतिया ने बताया कि अनवर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने नागपुर से फोन खरीदा था जिसके बाद उसे नागपुर ले जाया गया है. उसने बताया कि फोन में सिम मिनाजुद्दीन की डाली गई थी जिसका बिल भी मिल गया. अब आगे की कार्रवाई मोबाइल और सिम की डिटेल्स के आधार पर की जाएगी और कादरी के नेटवर्क और उसके मददगारों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.
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फरारी के दौरान मोबाइल-सिम बदलकर भागा नेपाल
पुलिस जांच में सामने आया था कि फरारी से पहले अनवर कादरी ने अपना पुराना मोबाइल इंदौर में छोड़कर नया फोन खरीदा था. उसने मिनाजुद्दीन नामक व्यक्ति के जरिए नया सिम कार्ड लिया और नेपाल भाग गया. वहां जाकर उसने मिनाजुद्दीन के नाम से खरीदे गए सिम को तोड़कर अपने नाम से नया सिम निकलवाया और नेटवर्क तैयार कर लिया.
बेटी के अकाउंट से चुकाए होटल खर्च
काठमांडू में कादरी ने होटल और अन्य खर्चों का भुगतान अपनी बेटी आयशा के अकाउंट और ई-वॉलेट से किया. इस बीच, इंदौर पुलिस अब फर्जी आर्म्स लाइसेंस मामले की जांच के लिए कश्मीर भी जाएगी. सोमवार को पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद कादरी को दोबारा रिमांड पर लेकर वहां ले जाया जा सकता है.
युवतियों को फंसाने के लिए दी थी फंडिंग
बाणगंगा थाने में दर्ज केस के मुताबिक, कादरी का नाम दुष्कर्म और लव जिहाद के आरोपी अल्ताफ खान और साहिल ने लिया था. आरोप है कि कादरी ने दोनों को तीन लाख रुपये दिए और कहा था कि हिंदू युवतियों से शादी कर उन्हें अनैतिक कारोबार में शामिल करो. पुलिस के अनुसार, कादरी की मुलाकात इन आरोपियों से मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रमों में होती थी.
