Congress District President in MP: मध्य प्रदेश में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों का ऐलान अब जल्द होने जा रहा है. 2 दिन के भीतर पार्टी प्रमुख के नेताओं की बीच बैठक होगी. राहुल गांधी और आईसीसी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के बीच हर जिले को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है. इसके बाद जिला अध्यक्षों का ऐलान कर दिया जाएगा. जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद प्रदेश कांग्रेस हर विधानसभा में प्रभारी भी नियुक्त करेगी. यह प्रक्रिया 15 अगस्त तक होने की संभावना जताई जा रही है.
राहुल गांधी ही लेंगे फैसला
प्रदेश कांग्रेस में चल रहे संगठन अभियान का पहला चरण पूरा होने के बाद अब जिला अध्यक्षों की नियुक्तियां की जाएगी. इसमें सीधे तौर पर राहुल गांधी ही निर्णय लेंगे. राहुल गांधी तक जिला अध्यक्षों के पैनल के नाम पहुंचने से पहले इन नाम को लेकर एआईसीसी के हर जिले के नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक की रिपोर्ट और फिर उनसे केसी वेणुगोपाल की चर्चा होगी. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार से भी 121 चर्चा की जाएगी. इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी और चारों सह प्रभारी की भी चर्चा हो चुकी है.
कल भी होगी चर्चा, समीकरण पर ध्यान देगी कांग्रेस
बताया जा रहा है कि आज और सोमवार को राहुल गांधी और संगठन महासचिव के बीच चर्चा होगी. हर जिले की जाति का समीकरण राजनीतिक समीकरण आदि पर चर्चा से रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसमें किसी नेता को जिले की कमान क्यों दी जाए. यह भी विस्तार से जानकारी जुटा गई है. इसमें हर जिले से दो और तीन नाम की चर्चा होगी. राहुल गांधी और संगठन महासचिव की बैठक में एक नाम पर मोहर लगाई जाएगी .
भाई-भतीजा और पट्ठाबाद से बचने की कोशिश
कांग्रेस में अभी तक जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में भाई, भतीजे और पट्ठाबाद देखने के लिए मिलता रहा है. संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ काबिल व्यक्ति को जिम्मेदारी देने की कोशिश कांग्रेस में शुरू की गई है. इससे पहले गुजरात में भी इसी तरीके का मॉडल चलाया गया. गुजरात में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर संगठन सृजन अभियान चलाया गया. मध्य प्रदेश में इस अभियान का असर देखने के लिए जिला अध्यक्षों की सूची में मिल जाएगा. कांग्रेस में अधिकांश सिफारिश से नेता को जिम्मेदारी मिलती है. इस बार हाई कमान ने यह जिम्मेदारी खुद उठाई है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस जिला अध्यक्षों की नियुक्ति में संगठन का सृजन सफल होता है या फिर नेताओं की सिफारिश से नियुक्ति होती है.
